गुरुवार, 25 सितंबर 2014

‘गोपालदास ‘नीरज’’की प्रमुख रचनाएं




प्रस्तुति-- राहुल मानव, राकेश,. समिधा
दिल्ली

मुखप्रष्ठ » ‘गोपालदास ‘नीरज’
  • है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिये - गोपालदास 'नीरज'
  • स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से - गोपालदास 'नीरज'
  • सेज पर साधें बिछा लो - गोपालदास 'नीरज'
  • साँसों के मुसाफिर - गोपालदास 'नीरज'
  • विश्व चाहे या न चाहे - गोपालदास 'नीरज'
  • लेकिन मन आज़ाद नहीं है - गोपालदास 'नीरज'
  • यदि मैं होता घन सावन का - गोपालदास 'नीरज'
  • मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं - गोपालदास 'नीरज'
  • मैं तुम्हें अपना - गोपालदास 'नीरज'
  • मैं अकंपित दीप - गोपालदास 'नीरज'
  • मेरा गीत दिया बन जाए - गोपालदास 'नीरज'
  • मेरा इतिहास नहीं है - गोपालदास 'नीरज'
  • मुस्कुराकर चल मुसाफिर - गोपालदास 'नीरज'
  • मुझको याद किया जाएगा - गोपालदास 'नीरज'
  • मानव कवि बन जाता है - गोपालदास 'नीरज'
  • मधुपुर के घनश्याम अगर कुछ पूछें हाल दुखी गोकुल का - गोपालदास 'नीरज'
  • मगर निठुर न तुम रुके - गोपालदास 'नीरज'
  • बेशरम समय शरमा ही जाएगा - गोपालदास 'नीरज'
  • बहार आई - गोपालदास 'नीरज'
  • बसंत की रात - गोपालदास 'नीरज'
  • बन्द करो मधु की - गोपालदास 'नीरज'
  • प्रेम का न दान दो - गोपालदास 'नीरज'
  • प्रेम-पथ हो न सूना - गोपालदास 'नीरज'
  • प्यार की कहानी चाहिए - गोपालदास 'नीरज'
  • पीर मेरी, प्यार बन जा - गोपालदास 'नीरज'
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