रविवार, 28 जून 2020

मैं भारत का वोटर मीनाक्षी





मैं भारत का वोटर हूँ, मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये
-बिजली मैं बचाऊँगा नहीं,
बिल मुझे कम चाहिये,
-पेड़ मैं लगाऊँगा नहीं,
मौसम मुझको नम चाहिये,
-शिकायत मैं करूँगा न हीं, कार्रवाई तुरंत चाहिये
-बिना लिए कुछ काम न करूँ,
भ्रष्टाचार का अंत चाहिये
-पढ़ने को मेहनत न बाबा,
नौकरी लालीपाॅप चाहिये
-घर-बाहर कूड़ा फेकूं,
शहर मुझे साफ चाहिये
-काम करूँ न धेले भर का,
वेतन लल्लनटाॅप चाहिये
-एक नेता कुछ बोल गया सो,
मुफ्त में पंद्रह लाख चाहिये
-लाचारों वाले लाभ उठायें
फिर भी ऊँची साख चाहिये
-लोन मिले बिल्कुल सस्ता,
बचत पर ब्याज बढ़ा चाहिये
-धर्म के नाम रेवडियां खाएँ
पर देश धर्मनिरपेक्ष चाहिये
-जाती के नाम पर वोट दे
अपराध मुक्त राज्य चाहिए
-मैं भारत का वोटर हूँ मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये।'
#मिनाक्षी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

हिंदी दिवस लेख श्रृंखला 2/3 अतुल प्रकाश

अतुल प्रकाश  हिंदी निबंध श्रृंखला: हिंदी दिवस पखवाड़ा-२ *हिन्दी के सबसे विवादास्पद शब्द : नीच से गोदी मीडिया तक, शब्दों की समय-यात्रा- अतुल ...