देव औरंगाबाद बिहार 824202 साहित्य कला संस्कृति के रूप में विलक्ष्ण इलाका है. देव स्टेट के राजा जगन्नाथ प्रसाद सिंह किंकर अपने जमाने में मूक सिनेमा तक बनाए। ढेरों नाटकों का लेखन अभिनय औऱ मंचन तक किया. इनको बिहार में हिंदी सिनेमा के जनक की तरह देखा गया. कामता प्रसाद सिंह काम और इनकi पुत्र दिवंगत शंकर दयाल सिंह के रचनात्मक प्रतिभा की गूंज दुनिया भर में है। प्रदीप कुमार रौशन और बिनोद कुमार गौहर की भी इलाके में काफी धूम रही है.। देव धरती के इन कलम के राजकुमारों की याद में .समर्पित हैं ब्लॉग.
शनिवार, 9 जुलाई 2011
छंद विधा अलंकरण से याज्ञवल्क्य सम्मानित
Written by NewsDesk Category: खेल-सिनेमा-संगीत-साहित्य-रंगमंच-कला-लोक Published on 05 July 2011
भोपाल : रायसेन जिले के बरेली नगर के पत्रकार और सुपरिचित रचनाधर्मी सत्य नारायण याज्ञवल्क्य को भोपाल के महात्मा फुले भवन में छंद विधा अलंकरण से सम्मानित किया गया. राष्ट्रीय स्तर के इस अलंकरण समारोह में कई मूर्धन्य हस्तियों की मौजूदगी में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुंवर सुरेन्द्र सिंह सिसोदिया ने यह अलंकरण प्रदान किया. निर्दलीय प्रकाशन के इस आयोजन में प्रशस्तिपत्र का वाचन करते हुए कहा गया कि बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से पत्रकारिता और साहित्य कि विभिन्न विधाओं में अपनी लेखनी से खास मुकाम हासिल कर चुके याज्ञवल्क्य अब तक करीब एक दर्ज़न पुस्तकों का संपादन और एक टेलीफिल्म का निर्माण कर चुके हैं. देश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कविताएं, व्यंग्य और लेख प्रकाशित हुए हैं तथा आकाशवाणी के लिए कई सालों तक आलेख लेखन किया है.
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