कुछ मशहूर गजल / Some Famous Ghazlein
Some Famous Ghazlein बशीर बद्र - लोग टूट जाते हैं , एक घर बनाने में बशीर बद्र - इतना मत चाहो उसे , वो बेवफ़ा हो जाएगा बशीर बद्र - मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला बशीर बद्र - ऐ यार मगर तेरी गली तेरी गली है बशीर बद्र - परखना मत , परखने में कोई अपना नहीं रहता मुनव्वर राना - मुहाजिरनामा मुनव्वर राना - मैं लोगों से मुलाकातों के लम्हे याद रखता हूँ मुनव्वर राना - लबो पर उसके कभी बददुआ नहीं होती मुनव्वर राणा - कोई चेहरा किसी को उम्र भर अच्छा नहीं लगता मुनव्वर राणा - मियाँ मैं शेर हूँ शेरों की गुर्राहट नहीं जाती मुनव्वर राना - ये देख कर पतंगे भी हैरान हो गयी मुनव्वर राना - आपका ग़म मुझे तन्हा नहीं रहने देता मुनव्वर राना - अगर दौलत से ही सब क़द का अंदाज़ा लगाते हैं मुनव्वर राना - किसी भी मोड़ पर तुमसे वफ़ादारी नहीं होगी राहत इन्दौरी - लोग हर मोड़ पर रुक - रुक के संभलते क्यों है राहत इन्दौरी - सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे राहत इन्दौरी - रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं राहत इन्दौरी - बुलाती है मगर जाने का नईं राहत इन्दौरी - सुला