प्रस्तुति - कृति /सृष्टि /दृष्टि /अम्मी और मेहर
😷🧴😷🧴🧴
*रेस चाहे गाड़ियों की हो या ज़िंदगी की , जीतते वही लोग हैं जो सही वक़्त पे गियर बदलते है ••*
👉🏻 *शायद* 👈🏻
🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷
*👌
पुराने लोग भावुक थे,*
*तब वो संबंध को संभालते थे।*
*बाद मे लोग प्रॅक्टिकल हो गये*
*तब वो संबंध का फायदा उठाने लग गए।*
*अब तो लोग प्रोफेशनल हो गए*
*फायदा अगर है तो ही संबंध बनाते है*
..🌹सुप्रभात 🌹
🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼
*जिन्दगीं को देखने का*
*सबका*
*अपना अपना नजरिया होता है*
*कुछ लोग भावना में ही*
*दिल की बात कह देते है,*
*और...*
*कुछ लोग गीता पर हाथ*
*रख कर भी सच नहीं बोलते*
* Good Morning *
*वक्त नाजुक है ,*
*संभल कर रहिये ,*
*ये युद्ध थोड़ा अलग है ,*
*अलग थलग रहकर लड़िये।*
*दुश्मन इतना सूक्ष्म है ,*
*जो दिखाई भी नहीं देता ,*
*हराने का अचूक अस्त्र ,*
*हर जगह साफ़ सफाई रखिये।*
*संकट भारी है ,*
*लेकिन गुजर जायेगा ,*
*संयम और धैर्य से ही ,*
*इस दुश्मन को हराया जायेगा।*
*खुद बचेंगे ,*
*दूसरे खुदबखुद बचेंगे ,*
*इस लड़ाई में अब ,*
*यत्र सर्वत्र सबका सहयोग चाहिये
😊
आत्मप्रेम
कोई मामूली बात नहीं है।
आत्मप्रेम जीवन में
बड़े सौभाग्य से घटित होता है।
आत्मप्रतिरोध,अहंकार है।
सर्वत्र आत्मप्रतिरोध की शिक्षा है।
इसलिए आत्मप्रेम करने और
इसके लिए प्रोत्साहित करनेवाले को,
अपना परम हितैषी समझना चाहिए।
आत्म प्रेम, प्रेम का सर्वोपरि रुप है।
यही भेद रहित सर्वव्यापी प्रेम है।
पूरी तरह से इसमें डूब जाइये।
आत्मा का आनंद स्वयँ प्रकट हो जायेगा,
ढूंढना नहीं पड़ेगा।
ऐसा आदमी जहाँ भी होगा
आनंद ही बिखेरेगा
हरि ओम
🙏
🍃🌾🌾
*30 March 2020*
*🍁 आज की प्रेरणा 🍁*
दूसरों के द्वारा यदि आप अपना आदर चाहते हैं तो पहले दूसरों का आदर करें।
👉 *आज से हम* सभी का आदर करें...
🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃
*#वज़न तो सिर्फ हमारी*
*इच्छाओं का है,*
*बाकी #ज़िन्दगी तो बिल्कुल*
*#हल्की फुल्की ही है*
*#जय जिनेन्द्र*👍🙏🏻
[30/03, 09:15] anami sharan: *
🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*
*वो कागज की दौलत ही क्या*
*जो पानी से गल जाये और*
*आग से जल जाये*
*दौलत तो दुआओ की होती हैं*
*न पानी से गलती हैं*
*न आग से जलती हैं...*
*आनंद लूट ले बन्दे,*
*प्रभु की बन्दगी का।*
*ना जाने कब छूट जाये,*
*साथ जिन्दगी का।।*
*"ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..*
*"महंगी घड़ी" सबको दे देना* !
*लेकिन.....*
*"मुश्किल घड़ी" किसी को न देना*
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*
*🌺🌺आपका दिन मंगलमय हो🌺🌺*
_*रिश्तों*_
_*को जोड़े रखने के लिए...*_
_*कभी*_
_*अंधा,*_
_*कभी गुंगा,*_
_*और कभी बहरा होना पड़ता है...*
मौजूदा हालात पर कुछ कहने की कोशिश...
*उनके माथे पे बोझ और पांव में छाले है*
*हां वही लोग जो मेहनत से कमाने वाले है*
*कहां जाएंगे,क्या खाएंगे,क्या होगा*
*हाल सारा अब तो क़िस्मत के हवाले है*
*हालात से मजबूर पेशे से मजदूर*
*भूख और ग़रीबी ने पोसे और पाले है*
*रोटी की अहमियत क्या ख़ाक समझेंगें*
*जिनके पास ज़रूरत से ज़्यादा निवाले है*
*कान ना बहरे हो जाएं कहीं सुनकर*
*चाहे जिधर देखो बस दर्द है नाले है*
*चाल चली जाती हैं सोच समझ कर*,
*भीख के सिक्के भी वक़्त आने पे उछाले है*
*उनको अपना हक़ है क्यूं नहीं हासिल*,
*क्या हुआ?क्यूं ज़ुबां पे सबकी अब ताले है*
@अपर्णा
💐*
*अभ्यास हमें बलवान बनाता है* ,
*दुःख हमें इंसान बनाता है*,
*हार हमें विनम्रता सिखाती है*,
*जीत हमारे*
*व्यक्तित्व को निखारती है*,
*लेकिन*
*सिर्फ़ विश्वास ही है*,
*जो हमें*
*आगे बढने की प्रेरणा देता है*.
*इसलिए हमेशा*
*अपने लोगों पर अपने आप पर*
*और अपने ईश्वर पर*
*विश्वास रखना चाहिए*
*🙏🏻शुभ प्रभात् 🙏🏻*
*आपका आज का दिन शुभ हो*
ना इलाज है ना दवाई है,*
*ए इश्क तेरे टक्कर की बला आई है...*
[31/03, 11:03] anami sharan: *शहरों का यूं विरान होना भी*,
*क्या गजब कर गया*
*सदियों से तन्हा पड़े घरों को*,
*जैसे आबाद कर गया*।।
🙏🙏🙏🙏🙏
*✍️छाछ में मक्खन हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन मक्खन में छाछ नहीं होनी चाहिए!*
*कोयले में हीरा आ जाये तो कोई बाधा नहीं,लेकिन हीरा लेते हुए कोयला नहीं आना चाहिए!*
*जहर में मिलावट हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन मीठाई में जहर की मिलावट नहीं होनी चाहिये!*
*पानी में नाव हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन नाव में पानी नहीं होना चाहिये!*
*इसी तरह*
*संसार में रहते हुए प्रभु की याद आती है तो कोई बाधा नहीं,* *परंतु*
*प्रभु भक्ति में संसार की याद नहीं आनी चाहिए..!!*
🌻🌻🌻🌻🌻🌻
*✍️विचारों को वश में रखिये*
*"वो तुम्हारें शब्द बनेंगे"*
*शब्दों को वश में रखिये*
*"वो तुम्हारें कर्म बनेंगे"*
*कर्मों को वश में रखिये*
*"वो तुम्हारी आदत बनेंगे"*
*आदतों को वश में रखिये*
*"वो तुम्हारा चरित्र बनेगा"*
*चरित्र को वश में रखिये*
*"वो तुम्हारा भाग्य बनेंगे..!!*
*🙏🏿🙏🏾🙏🏼जय जय श्री राधे*🙏🏽🙏🏻🙏
*🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*
*कोई तराज़ू नहीं होता*
*रिश्तों का वज़न तोलने के लिए..*
*परवाह बताती है, कि*
*ख्याल का पलड़ा कितना भारी है ||*
*रब ने सभी को*
*धनुष के आकार के होंठ दिये है......*
*मगर इनसे शब्दों के बाण*
*ऐसे छोड़िये..*
*जो सामने वाले के दिल को छू जाये*
*ना की दिल को छेद जाये*
*पहाड़ो पर बैठ कर तप करना सरल है...*
*लेकिन परिवार मे सबके बीच रहकर धीरज बनाये रखना कठिन है...*
*और यही तप है।*
*"अपनों में रहे, अपने मे नही"।*
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*
*🌺🌺आपका दिन मंगलमय हो🌺🌺*
*🌷🌷घर रहे और स्वस्थ रहे🌷🌷*
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
।।।।।।।।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें