शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

सबकी प्यारी मोबाईल डार्लिंग / अनामी शरण बबल







 




अनामी शरण बबल
 1
 

हम सब तेरे प्यार में पागल
ओए मोबाईल डार्लिंग ।
तुम बिन रहा न जाए / विरह सहा न जए / मन की बात कहा न जाए
तेरे बिन मन उदास / जीवन सूना सूना
पल पल / हरपल तेरी याद सताये।।.

लगे न तेरे बिन मन कहीं
मन मचले मृगनयनी सी / व्याकुल तन, मन आतुर,  चंचल नयनजग
सूना बेकार लगे जग बिन तेरे
तू जादूगर या जादूगरनी / मोहित सारा जग दीवाना
तू बेवफा डार्लिंग ।।
 

पर कैसे कहूं तुम्हें / तू है बेवफा डार्लिंग 
तू पास आते ही / तुम्हें करीब पाते ही
अपना लगे/ मन खिलखिल जाए
रेगिस्तानी मन में बहार आ जाए
आते ही हाथ में भर जाए मन
विभोर सा हो जाए तन मन पूरा सुकून से
शांत तृप्त हो चंचल मन नयन.।

तेरे करीब होने से लगे सारा जहां हमारा
मुठ्ठी में हो मानो सबकुछ
सब मेरे भीतर अपने दायरे में
खुद भी लगे सबके साथ सबके बीच करीब  सबसे निकट





2

तू अकेली
 मोबाईल डार्लिंग

 सारी भीड़ पर है भारी
मैं तेरा साथी,संगी
केवल तेरा होता हूं कहीं भी कभी भी
होकर तन्हा बाजार में घर बार में
मित्रों के दरबार में/ सड़क चौराहों  पार्क बाजार में या पूरे संसार में

हाथ फेरता हूं /  टटोलता हूं तुम्हें कभी दिल से लगा लेता हूं
पत्ता नहीं चलता
तू मेरी साया या मैं तेरी काया ?
खोकर तेरे संग
कुछ भेजकर कुछ पाकर संदेश /  देता हूं कुछ उपदेश कमेंट्स
तरोताजा हो जाता हूं  
खोकर तेरी दुनियां में / होकर मैं मदहोश  
घंटो खिला खिला रहता हूं।
पाकर दोस्तों की खबरें
मन ही मन में / मन से गुनगुनाता हूं
तिलिस्मी गलैमर में सब भाता है, सुहाता है।।

 
3

तू मेरी मोभाईल डार्लिंग
भीड में भीड से बाहर आते ही
तुममे खो जाता हूं / तू ही एक सहारा अपना और हमारा

जब भी जहां भी मिले दो चार हो या दस बीस मोबाईलची
तब केवल तू मोबाईल और तेरी आशिकी
एप्पस डाउनलोड,फोटो,रिचार्ज बैलेंस
लाईट कैंमरा न्यू मॉडल जीबी
नेटवर्क साउण्ड वेट प्राईस
इसी पर होती है केवल गूफ्तगू
कोडवर्ड या इसी शब्दावली में होती है बातें
भूलकर अपना गम अपनी पीडा अपने घर की चिंता
तू है पास मेरी प्यारी मोबाईल डार्लिंग / तो केवल तू और तेरी चिंता
तेरे बाद ही सबकुछ
तेरे साथ ही सबकुछ होता है जीवन में शुरू 
सारे गम भूलकर
हम सारे मोबाईलची / खोए ही रह जाते हैं अपने अपने मोबाईल में
तू डार्लिंग कर देती है इतनी बेकरार बेकल चंचल
हर आहट पर मन जाए मचल मचल
लगता है / कोई धड़कन है, रिंगटोन है
हर पल लगे मन में एक खटका / कोई मैसेज या मिसकॉल है
कहीं भी कभी भी / आधी आधी रात में भी
टंगा रहे मन
लगे न मन कहीं ध्यान
केवल तुम पर लगा रहता है मन
हर पल
तुम में ही खोया रहता है मन
शायद कुछ है
हर पल / पल पल मेरे लिए मेरे वास्ते

4

गौर नहीं करता कभी
कब तक या कितना है बैलंस
संग तेरे संग संग तेरे / मैं भी तो होता हूं रोज रिचार्ज
लो बैटरी है बैड न्यूज
सिरहाने करता हूं / रात रात भर अपने ले चार्ज
यकायक  उठकर / पहले तुम्हें निहारता हूं
देखता हूं कुछ है क्या / मेरे लिए मेरा कोई संदेश
उन फ्रेण्डस की यादों में खोया उनको भी नहीं भूलता / भूलती
जो पास होकर भी करीब से नहीं लगते दिखते या होते है।
अपना एक सुदंर कोमल संसार है / प्यारा सा परिवार है मन में उसका ही खुमार है ।।
 

5

तू भी अजीब है मेरी मोबाईल डार्लिंग
जितना चाहताहूं तुमसे दूर बहुत दूर भागना
भाग कहां पाता हूं / और ज्यादा करीब पाता हूं
तेरे में ही मन खोया
तेरे कैमरे का मैं दीवाना / लेलेले सेल्फी से सेल्फ को देखने की ललक चाहत
सेल्फी ने तो मुझे सेलफीस बना डाला
देखने की भूख कभी ना हो कम / अपना ही तन हर पल
हर एंगल से लगे नया नया कुछ अनजाना / चाहत नहीं दीवानगी कोह
अपना ही तन अपनी ही काया स मोहित / अनगिन फोटू पर भी मन में प्यास रहे
देखन की चाह लगे/ अपने को ही अपनी निगाह लगे
अपना ही तन अपनी ही सूरत / अपनी आंखों में / अपनी आंखे ही
कुछ नयी नयी कुछ परायी अनजानी मनभावन लगे
यही दीवानापन तेरी / हर पल मोहित करे सुहावन लागे
अपनी ही काया की माया से मुग्ध मैं
बार बार लेता हूं अपनी ही छवि छाया
देखता हूं तेरे कैमरे में खुद को बार बार
सच मेरी मोबाईल डार्लिंग
रोज रोज पाता हूं / हर बार अपने भीतर बढ़ता प्यार


6

मेरी प्यारी प्यारी सी मोबाईल डार्लिंग

तेरे भीतर खोया / मेरा भी क्या हाल है
फेसबुक वाट्सएप्प टिवटर मैसेंजर याहू गूगल
सबके संग संग / मेरी आकांश्राओं की यह उड़ान है  / मन का तूफान है
मैं भी रखता हूं हजारों फ्रेण्डस
देता हूं कमेंट्स करता हूं चैट कुछ पोस्ट शेयर
फिर रखता हूं हिसाब / लेकर कॉपी कलम कैलकुलेटर
क्या है कैसा है / रिएक्शन, लाईक लव कमेंट्स शेयर का 
मोबाईली टीआरपी में
मन अपना भी हीरो सा लगे
नंबर देखकर मोहित खुद
तिलिस्मी लोक में मैं / खुद को भी एक तिलिस्म सा पाता हूं

कोई सेलेब्रेटी सा मैं / अपनी ही नजरों मे एक ब्रांड सा पाता हूं
मैं सपनों का सौदागर
मोबाईलची सपनों में जीता हूं / यही भाता है।
इसीलिए मोबाईल के संग
मैं भी मोबाईल बना रहता हूं।





7


मेरी मोबाईल डार्लिंग
तेरे संग / कभी नहीं होता अकेला
यह केवल तेरा ही कमाल है  
तेरे संग कभी भी हो जाता हूं तन्हा
मेरे मन में बसा है एक ड्रीमलैंड/ जिसकी तू रानी
इर्द गिर्द हरे भरे हैं सपने मंसूबे
तू ग्लैमरस ड्रीमगर्ल
पल भर भी नहीं सुहाता / जुदा होना
मन के महकते खुशहाल संसार से
तू मेरे गमों का सहारा दिलासा / बेकाबू मन की तरंगों की उड़ान है
तू मेरे सपनों की दुकान है आशाओं इच्छाओं का मैदान है
अतृप्त सपनों की क्रबिस्तान है
हम सपनीले मोबाईलची
सोसाईटी के सबसे डैंजर यंगिस्तान है।।
जिसके हर गम को इसने हर लिया
भीड़ नहीं तन्हाई ने बेकार किया 
हम जिंदा लाशे
सोसाईटी में मोबाईलची क्रबिस्तान है।


8

मोबाईल डार्लिंग के प्यार में
यूथ रेगिस्तान बन गए
बोल चाल बोली हाव भाव /रंगोली होली बसंत सब मार डाला
हर आदमी को बीमार बना डाला
नहीं सुहाता जिसे मोबाईल के अलावा / सब डिस्टर्वेंस लगे / प्राईवेसी पर हमला कहे
बेवफा बना तूने/ सबको झूठ की मशीन बना दी
हर आदमी को दुश्मन आस्तीन बना दी।

सच महबूबा
मेरी मोबाईल महबूबा
तू क्या कर गयी।
जो मैकाले नहीं कर पाया / तू काल बनकर सब कर गयी
कुछ दिन महीनों साल में ही
सारा नजारा बदल जाएगा
तेरे आगोश में खोकर
पूर यूथ पावरलेस हो जाएगा।




9

हाय मोबाईल डार्लिंग
तू तो मेरी  हो गयी / मैं खुद को ही भूल गया.
मैं बन तेरी कठपुतला-कठपुतली
तेरे इशारों पर नाचता हूं 
खोकर आगोश में  भूल गया
रिश्तों का तापमान / हंसना खेलना कूदना
प्यार आदर सम्मान को
मैं तेरा मरीज बीमार
भूल गया सबको /जिंदगी की सच्चाई को
तन्हाई को
तेरे संग जीता मरता
मैं इंसान नहीं /मोबाईलची से मोबलाईट हो गया हूं
चलता फिरता डायनामाईट हो गया हूं।
खोकर धीरज सुपर फास्ट हूं।
सबसे डैंजर / हर घर में छिपा बैठा एक बम ब्लास्टहूं।

10

मोबाईल की कसम
सनलाईट की तरह/ ब्रेकिंग न्यूज हाईलाईट हो गया
हम सारे मोबाईलची 
चाय कॉफी की तरह
जंतर मंतर पर उबलते उबाईलचियों मानिंद 
मोबाईल से मोबलाईट्स हो गया
किसी दिल्ली वालों की तरह डेलहाईट हो गया ।।
सारे मोबाईलचियों की मैं प्यारी / सब पर भारी
सबकी डार्लिंग मैं मोबाईल
पर मेरी डार्लिंग कोई नहीं ।
जो भूल जाए किसी के संग खुद को
वो ईमानदार नहीं
मैं सबकी प्यारी
मगर मेरा कोई प्यार नहीं।



1

अनामी शरण बबल

हम सब तेरे प्यार में पागल
ओए मोबाईल डार्लिंग ।
तुम बिन रहा न जाए / विरह सहा न जए / मन की बात कहा न जाए
तेरे बिन मन उदास / जीवन सूना सूना
पल पल / हरपल तेरी याद सताये।।.

लगे न तेरे बिन मन कहीं
मन मचले मृगनयनी सी / व्याकुल तन, मन आतुर,  चंचल नयनजग
सूना बेकार लगे जग बिन तेरे
तू जादूगर या जादूगरनी / मोहित सारा जग दीवाना
तू बेवफा डार्लिंग ।।
 

पर कैसे कहूं तुम्हें / तू है बेवफा डार्लिंग 
तू पास आते ही / तुम्हें करीब पाते ही
अपना लगे/ मन खिलखिल जाए
रेगिस्तानी मन में बहार आ जाए
आते ही हाथ में भर जाए मन
विभोर सा हो जाए तन मन पूरा सुकून से
शांत तृप्त हो चंचल मन नयन.।

तेरे करीब होने से लगे सारा जहां हमारा
मुठ्ठी में हो मानो सबकुछ
सब मेरे भीतर अपने दायरे में
खुद भी लगे सबके साथ सबके बीच करीब  सबसे निकट





2

तू अकेली
 मोबाईल डार्लिंग

 सारी भीड़ पर है भारी
मैं तेरा साथी,संगी
केवल तेरा होता हूं कहीं भी कभी भी
होकर तन्हा बाजार में घर बार में
मित्रों के दरबार में/ सड़क चौराहों  पार्क बाजार में या पूरे संसार में

हाथ फेरता हूं /  टटोलता हूं तुम्हें कभी दिल से लगा लेता हूं
पत्ता नहीं चलता
तू मेरी साया या मैं तेरी काया ?
खोकर तेरे संग
कुछ भेजकर कुछ पाकर संदेश /  देता हूं कुछ उपदेश कमेंट्स
तरोताजा हो जाता हूं  
खोकर तेरी दुनियां में / होकर मैं मदहोश  
घंटो खिला खिला रहता हूं।
पाकर दोस्तों की खबरें
मन ही मन में / मन से गुनगुनाता हूं
तिलिस्मी गलैमर में सब भाता है, सुहाता है।।

 
3

तू मेरी मोभाईल डार्लिंग
भीड में भीड से बाहर आते ही
तुममे खो जाता हूं / तू ही एक सहारा अपना और हमारा

जब भी जहां भी मिले दो चार हो या दस बीस मोबाईलची
तब केवल तू मोबाईल और तेरी आशिकी
एप्पस डाउनलोड,फोटो,रिचार्ज बैलेंस
लाईट कैंमरा न्यू मॉडल जीबी
नेटवर्क साउण्ड वेट प्राईस
इसी पर होती है केवल गूफ्तगू
कोडवर्ड या इसी शब्दावली में होती है बातें
भूलकर अपना गम अपनी पीडा अपने घर की चिंता
तू है पास मेरी प्यारी मोबाईल डार्लिंग / तो केवल तू और तेरी चिंता
तेरे बाद ही सबकुछ
तेरे साथ ही सबकुछ होता है जीवन में शुरू 
सारे गम भूलकर
हम सारे मोबाईलची / खोए ही रह जाते हैं अपने अपने मोबाईल में
तू डार्लिंग कर देती है इतनी बेकरार बेकल चंचल
हर आहट पर मन जाए मचल मचल
लगता है / कोई धड़कन है, रिंगटोन है
हर पल लगे मन में एक खटका / कोई मैसेज या मिसकॉल है
कहीं भी कभी भी / आधी आधी रात में भी
टंगा रहे मन
लगे न मन कहीं ध्यान
केवल तुम पर लगा रहता है मन
हर पल
तुम में ही खोया रहता है मन
शायद कुछ है
हर पल / पल पल मेरे लिए मेरे वास्ते

4

गौर नहीं करता कभी
कब तक या कितना है बैलंस
संग तेरे संग संग तेरे / मैं भी तो होता हूं रोज रिचार्ज
लो बैटरी है बैड न्यूज
सिरहाने करता हूं / रात रात भर अपने ले चार्ज
यकायक  उठकर / पहले तुम्हें निहारता हूं
देखता हूं कुछ है क्या / मेरे लिए मेरा कोई संदेश
उन फ्रेण्डस की यादों में खोया उनको भी नहीं भूलता / भूलती
जो पास होकर भी करीब से नहीं लगते दिखते या होते है।
अपना एक सुदंर कोमल संसार है / प्यारा सा परिवार है मन में उसका ही खुमार है ।।
 

5

तू भी अजीब है मेरी मोबाईल डार्लिंग
जितना चाहताहूं तुमसे दूर बहुत दूर भागना
भाग कहां पाता हूं / और ज्यादा करीब पाता हूं
तेरे में ही मन खोया
तेरे कैमरे का मैं दीवाना / लेलेले सेल्फी से सेल्फ को देखने की ललक चाहत
सेल्फी ने तो मुझे सेलफीस बना डाला
देखने की भूख कभी ना हो कम / अपना ही तन हर पल
हर एंगल से लगे नया नया कुछ अनजाना / चाहत नहीं दीवानगी कोह
अपना ही तन अपनी ही काया स मोहित / अनगिन फोटू पर भी मन में प्यास रहे
देखन की चाह लगे/ अपने को ही अपनी निगाह लगे
अपना ही तन अपनी ही सूरत / अपनी आंखों में / अपनी आंखे ही
कुछ नयी नयी कुछ परायी अनजानी मनभावन लगे
यही दीवानापन तेरी / हर पल मोहित करे सुहावन लागे
अपनी ही काया की माया से मुग्ध मैं
बार बार लेता हूं अपनी ही छवि छाया
देखता हूं तेरे कैमरे में खुद को बार बार
सच मेरी मोबाईल डार्लिंग
रोज रोज पाता हूं / हर बार अपने भीतर बढ़ता प्यार


6

मेरी प्यारी प्यारी सी मोबाईल डार्लिंग

तेरे भीतर खोया / मेरा भी क्या हाल है
फेसबुक वाट्सएप्प टिवटर मैसेंजर याहू गूगल
सबके संग संग / मेरी आकांश्राओं की यह उड़ान है  / मन का तूफान है
मैं भी रखता हूं हजारों फ्रेण्डस
देता हूं कमेंट्स करता हूं चैट कुछ पोस्ट शेयर
फिर रखता हूं हिसाब / लेकर कॉपी कलम कैलकुलेटर
क्या है कैसा है / रिएक्शन, लाईक लव कमेंट्स शेयर का 
मोबाईली टीआरपी में
मन अपना भी हीरो सा लगे
नंबर देखकर मोहित खुद
तिलिस्मी लोक में मैं / खुद को भी एक तिलिस्म सा पाता हूं

कोई सेलेब्रेटी सा मैं / अपनी ही नजरों मे एक ब्रांड सा पाता हूं
मैं सपनों का सौदागर
मोबाईलची सपनों में जीता हूं / यही भाता है।
इसीलिए मोबाईल के संग
मैं भी मोबाईल बना रहता हूं।





7


मेरी मोबाईल डार्लिंग
तेरे संग / कभी नहीं होता अकेला
यह केवल तेरा ही कमाल है  
तेरे संग कभी भी हो जाता हूं तन्हा
मेरे मन में बसा है एक ड्रीमलैंड/ जिसकी तू रानी
इर्द गिर्द हरे भरे हैं सपने मंसूबे
तू ग्लैमरस ड्रीमगर्ल
पल भर भी नहीं सुहाता / जुदा होना
मन के महकते खुशहाल संसार से
तू मेरे गमों का सहारा दिलासा / बेकाबू मन की तरंगों की उड़ान है
तू मेरे सपनों की दुकान है आशाओं इच्छाओं का मैदान है
अतृप्त सपनों की क्रबिस्तान है
हम सपनीले मोबाईलची
सोसाईटी के सबसे डैंजर यंगिस्तान है।।
जिसके हर गम को इसने हर लिया
भीड़ नहीं तन्हाई ने बेकार किया 
हम जिंदा लाशे
सोसाईटी में मोबाईलची क्रबिस्तान है।


8

मोबाईल डार्लिंग के प्यार में
यूथ रेगिस्तान बन गए
बोल चाल बोली हाव भाव /रंगोली होली बसंत सब मार डाला
हर आदमी को बीमार बना डाला
नहीं सुहाता जिसे मोबाईल के अलावा / सब डिस्टर्वेंस लगे / प्राईवेसी पर हमला कहे
बेवफा बना तूने/ सबको झूठ की मशीन बना दी
हर आदमी को दुश्मन आस्तीन बना दी।

सच महबूबा
मेरी मोबाईल महबूबा
तू क्या कर गयी।
जो मैकाले नहीं कर पाया / तू काल बनकर सब कर गयी
कुछ दिन महीनों साल में ही
सारा नजारा बदल जाएगा
तेरे आगोश में खोकर
पूर यूथ पावरलेस हो जाएगा।




9

हाय मोबाईल डार्लिंग
तू तो मेरी  हो गयी / मैं खुद को ही भूल गया.
मैं बन तेरी कठपुतला-कठपुतली
तेरे इशारों पर नाचता हूं 
खोकर आगोश में  भूल गया
रिश्तों का तापमान / हंसना खेलना कूदना
प्यार आदर सम्मान को
मैं तेरा मरीज बीमार
भूल गया सबको /जिंदगी की सच्चाई को
तन्हाई को
तेरे संग जीता मरता
मैं इंसान नहीं /मोबाईलची से मोबलाईट हो गया हूं
चलता फिरता डायनामाईट हो गया हूं।
खोकर धीरज सुपर फास्ट हूं।
सबसे डैंजर / हर घर में छिपा बैठा एक बम ब्लास्टहूं।

10

मोबाईल की कसम
सनलाईट की तरह/ ब्रेकिंग न्यूज हाईलाईट हो गया
हम सारे मोबाईलची 
चाय कॉफी की तरह
जंतर मंतर पर उबलते उबाईलचियों मानिंद 
मोबाईल से मोबलाईट्स हो गया
किसी दिल्ली वालों की तरह डेलहाईट हो गया ।।
सारे मोबाईलचियों की मैं प्यारी / सब पर भारी
सबकी डार्लिंग मैं मोबाईल
पर मेरी डार्लिंग कोई नहीं ।
जो भूल जाए किसी के संग खुद को
वो ईमानदार नहीं
मैं सबकी प्यारी
मगर मेरा कोई प्यार नहीं।

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किशोर कुमार कौशल की 10 कविताएं

1. जाने किस धुन में जीते हैं दफ़्तर आते-जाते लोग।  कैसे-कैसे विष पीते हैं दफ़्तर आते-जाते लोग।।  वेतन के दिन भर जाते हैं इनके बटुए जेब मगर। ...