अनामी शरण बबल
मोबाईलडार्लिंग से लेकर कोबरा तक
(1-20 कविताएं )
मोबाईल -11-10
सबकी
प्यारी मोबाईल डार्लिंग / अनामी शरण बबल
1
हम
सब तेरे प्यार में पागल
ओए
मोबाईल डार्लिंग ।
तुम
बिन रहा न जाए /
विरह सहा न जए /
मन की बात कहा न जाए
तेरे
बिन मन उदास /
जीवन सूना सूना
पल
पल /
हरपल तेरी याद सताये।।.
लगे
न तेरे बिन मन कहीं
मन
मचले मृगनयनी सी /
व्याकुल तन, मन आतुर, चंचल नयनजग
सूना
बेकार लगे जग बिन तेरे
तू
जादूगर या जादूगरनी /
मोहित सारा जग दीवाना
तू
बेवफा डार्लिंग ।।
पर
कैसे कहूं तुम्हें /
तू है बेवफा डार्लिंग
तू
पास आते ही /
तुम्हें करीब पाते ही
अपना
लगे/
मन खिलखिल जाए
रेगिस्तानी
मन में बहार आ जाए
आते
ही हाथ में भर जाए मन
विभोर
सा हो जाए तन मन पूरा सुकून से
शांत
तृप्त हो चंचल मन नयन.।
तेरे
करीब होने से लगे सारा जहां हमारा
मुठ्ठी
में हो मानो सबकुछ
सब
मेरे भीतर अपने दायरे में
खुद
भी लगे सबके साथ सबके बीच करीब सबसे निकट
2
तू
अकेली
मोबाईल डार्लिंग
सारी भीड़ पर है भारी
मैं
तेरा साथी,संगी
केवल
तेरा होता हूं कहीं भी कभी भी
होकर
तन्हा बाजार में घर बार में
मित्रों
के दरबार में/
सड़क चौराहों पार्क बाजार में या पूरे
संसार में
हाथ
फेरता हूं / टटोलता हूं तुम्हें कभी दिल से लगा लेता हूं
पत्ता
नहीं चलता
तू
मेरी साया या मैं तेरी काया ?
खोकर
तेरे संग
कुछ
भेजकर कुछ पाकर संदेश / देता हूं कुछ उपदेश कमेंट्स
तरोताजा
हो जाता हूं
खोकर
तेरी दुनियां में /
होकर मैं मदहोश
घंटो
खिला खिला रहता हूं।
पाकर
दोस्तों की खबरें
मन
ही मन में /
मन से गुनगुनाता हूं
तिलिस्मी
गलैमर में सब भाता है, सुहाता है।।
3
तू
मेरी मोबाईल डार्लिंग
भीड
में भीड से बाहर आते ही
तुममे
खो जाता हूं /
तू ही एक सहारा अपना और हमारा
जब
भी जहां भी मिले दो चार हो या दस बीस मोबाईलची
तब
केवल तू मोबाईल और तेरी आशिकी
एप्पस
डाउनलोड,फोटो,रिचार्ज बैलेंस
लाईट
कैंमरा न्यू मॉडल जीबी स्पीड सिं
नेटवर्क
कनेक्टिविटी साउण्ड वेट प्राईस
इसी
पर होती है केवल गूफ्तगू
कोडवर्ड
या इसी शब्दावली में होती है जी भर ढेर सारी बातें
भूलकर
अपना गम अपनी पीडा अपने घर की चिंता
4
तू
है पास मेरी प्यारी मोबाईल डार्लिंग / तो केवल तू और तेरी चिंता
तेरे
बाद ही सबकुछ
तेरे
साथ ही सबकुछ होता है जीवन में शुरू
सारे
गम भूलकर
हम
सारे मोबाईलची /
खो जाते हैं अपने अपने मोबाईल में
तू
डार्लिंग कर देती है इतनी बेकरार बेकल चंचल
हर
आहट पर मन जाए मचल मचल
लगता
है /
कोई धड़कन है, रिंगटोन है
हर
पल लगे मन में एक खटका /
कोई मैसेज या मिसकॉल है
कहीं
भी कभी भी /
आधी आधी रात में भी
टंगा
रहे मन
लगे
न मन कहीं ध्यान
केवल
तुम पर लगा रहता है मन
हर
पल
तुम
में ही खोया रहता है मन
शायद
कुछ है
हर
पल /
पल पल मेरे लिए मेरे वास्ते
5
गौर
नहीं करता कभी
कब
तक या कितना है बैलंस
संग
तेरे संग संग तेरे /
मैं भी तो होता हूं रोज रिचार्ज
लो
बैटरी है बैड न्यूज
सिरहाने
करता हूं /
रात रात भर अपने ले चार्ज
यकायक उठकर / पहले तुम्हें निहारता हूं
देखता
हूं कुछ है क्या /
मेरे लिए मेरा कोई संदेश
उन
फ्रेण्डस की यादों में खोया उनको भी नहीं भूलता / भूलती
जो
पास होकर भी करीब से नहीं लगते दिखते या होते है।
अपना
एक सुदंर कोमल संसार है / प्यारा सा परिवार है मन में उसका ही खुमार है ।।
6
तू
भी अजीब है मेरी मोबाईल डार्लिंग
जितना
चाहताहूं तुमसे दूर बहुत दूर भागना
भाग
कहां पाता हूं /
और ज्यादा करीब पाता हूं
तेरे
में ही मन खोया
तेरे
कैमरे का मैं दीवाना /
लेलेले सेल्फी से सेल्फ को देखने की ललक चाहत
सेल्फी
ने तो मुझे सेलफीस बना डाला
देखने
की भूख कभी ना हो कम /
अपना ही तन हर पल
हर
एंगल से लगे नया नया कुछ अनजाना / चाहत नहीं दीवानगी कोह
अपना
ही तन अपनी ही काया स मोहित / अनगिन फोटू पर भी मन में प्यास रहे
देखन
की चाह लगे/
अपने को ही अपनी निगाह लगे
अपना
ही तन अपनी ही सूरत /
अपनी आंखों में /
अपनी आंखे ही
कुछ
नयी नयी कुछ परायी अनजानी मनभावन लगे
यही
दीवानापन तेरी /
हर पल मोहित करे सुहावन लागे
अपनी
ही काया की माया से मुग्ध मैं
बार
बार लेता हूं अपनी ही छवि छाया
देखता
हूं तेरे कैमरे में खुद को बार बार
सच
मेरी मोबाईल डार्लिंग
रोज
रोज पाता हूं /
हर बार अपने भीतर बढ़ता प्यार
7
मेरी
प्यारी प्यारी सी मोबाईल डार्लिंग
तेरे
भीतर खोया /
मेरा भी क्या हाल है
फेसबुक
वाट्सएप्प टिवटर मैसेंजर याहू गूगल
सबके
संग संग /
मेरी आकांश्राओं की यह उड़ान है / मन का तूफान है
मैं
भी रखता हूं हजारों फ्रेण्डस
देता
हूं कमेंट्स करता हूं चैट कुछ पोस्ट शेयर
फिर
रखता हूं हिसाब /
लेकर कॉपी कलम कैलकुलेटर
क्या
है कैसा है /
रिएक्शन, लाईक लव कमेंट्स शेयर का
मोबाईली
टीआरपी में
मन
अपना भी हीरो सा लगे
नंबर
देखकर मोहित खुद
तिलिस्मी
लोक में मैं /
खुद को भी एक तिलिस्म सा पाता हूं
कोई
सेलेब्रेटी सा मैं /
अपनी ही नजरों मे एक ब्रांड सा पाता हूं
मैं
सपनों का सौदागर
मोबाईलची
सपनों में जीता हूं /
यही भाता है।
इसीलिए
मोबाईल के संग
मैं
भी मोबाईल बना रहता हूं।
8
मेरी
मोबाईल डार्लिंग
तेरे
संग /
कभी नहीं होता अकेला
यह
केवल तेरा ही कमाल है
तेरे
संग कभी भी हो जाता हूं तन्हा
मेरे
मन में बसा है एक ड्रीमलैंड/ जिसकी तू रानी
इर्द
गिर्द हरे भरे हैं सपने मंसूबे
तू
ग्लैमरस ड्रीमगर्ल
पल
भर भी नहीं सुहाता /
जुदा होना
मन
के महकते खुशहाल संसार से
तू
मेरे गमों का सहारा दिलासा / बेकाबू मन की तरंगों की उड़ान है
तू
मेरे सपनों की दुकान है आशाओं इच्छाओं का मैदान है
अतृप्त
सपनों की क्रबिस्तान है
हम
सपनीले मोबाईलची
सोसाईटी
के सबसे डैंजर यंगिस्तान है।।
जिसके
हर गम को इसने हर लिया
भीड़
नहीं तन्हाई ने बेकार किया
हम
जिंदा लाशे
सोसाईटी
में मोबाईलची क्रबिस्तान है।
9
मोबाईल
डार्लिंग के प्यार में
यूथ
रेगिस्तान बन गए
बोल
चाल बोली हाव भाव /रंगोली
होली बसंत सब मार डाला
हर
आदमी को बीमार बना डाला
नहीं
सुहाता जिसे मोबाईल के अलावा / सब डिस्टर्वेंस लगे / प्राईवेसी पर हमला
कहे
बेवफा
बना तूने/
सबको झूठ की मशीन बना दी
हर
आदमी को दुश्मन आस्तीन बना दी।
सच
महबूबा
मेरी
मोबाईल महबूबा
तू
क्या कर गयी।
जो
मैकाले नहीं कर पाया /
तू काल बनकर सब कर गयी
कुछ
दिन महीनों साल में ही
सारा
नजारा बदल जाएगा
तेरे
आगोश में खोकर
पूर
यूथ पावरलेस हो जाएगा।
10
हाय
मोबाईल डार्लिंग
तू
तो मेरी हो गयी / मैं खुद को ही भूल
गया.
मैं
बन तेरी कठपुतला-कठपुतली
तेरे
इशारों पर नाचता हूं
खोकर
आगोश में भूल गया
रिश्तों
का तापमान /
हंसना खेलना कूदना
प्यार
आदर सम्मान को
मैं
तेरा मरीज बीमार
भूल
गया सबको /जिंदगी
की सच्चाई को
तन्हाई
को
तेरे
संग जीता मरता
मैं
इंसान नहीं /मोबाईलची
से मोबलाईट हो गया हूं
चलता
फिरता डायनामाईट हो गया हूं।
खोकर
धीरज सुपर फास्ट हूं।
सबसे
डैंजर /
हर घर में छिपा बैठा एक बम ब्लास्टहूं।
11
मोबाईल
की कसम
सनलाईट
की तरह /
ब्रेकिंग न्यूज हाईलाईट हो गया
हम
सारे मोबाईलची
चाय
कॉफी की तरह उबलते
या
यों कहो
जंतर
मंतरिया उबाईलचियों सा /
मोबलाईट्स हो गया
दिल्ली
वालों की तरह डेलहाईट हो गया ।।
सारे
मोबाईलचियों की मैं प्यारी / सब पर भारी
सबकी
डार्लिंग मैं मोबाईल
पर
मेरी डार्लिंग कोई नहीं ।
जो
भूल जाए किसी के संग खुद को
वो
ईमानदार नहीं मैं सबकी प्यारी
मगर
मेरा कोई प्यार नहीं। ।।.
अनामी
शऱण बबल /
asb.deo@gmail.com
मोबाईल
पुराण -2
12-
20
मोबाईल
डाळिंग नहीं मैं कोबरा हूं
अनामी
शरण बबल
12
मैं
मोबाईल डार्लिंग नहीं
सबके
मन का महाभारत हूं।
कोबरा
हूं।।
सब
हो मेरे बहुत करीब
इस
महाभारत के सारे बदनसीब
कोई
नहीं है खुशनसीब /
जो बच जाएगा
सब
मारे जाएंगे.।।
मार
तो मैं भी यों रहीं हूं धीरे धीरे
हर
पल मेरे लवली रेडिएशन के कुच्रक में घिरे तुम लोग
मर
रहे हो मेरी आगोश में मेरे स्पर्श से
मैं
मोबाईल डार्लिंग नहीं कोबरा हूं।
डसती
हूं तुमको हर पल / पल पल
मेरे
भीतर जहर ही जहर है
मलमल
सी मुलायम नाजुक मैं /
मगर,
मल
से भी गंदी /
हर मोबाईल हो जाती है
तेरे
बार बार के स्पर्श से
मल
से भी ज्यादा मैली /
मगर तुम्हें वही पसंद है।
मैं
तेरी मोबाईल डार्लिंग
फेक
दो मुझे कूडेदान में
मैं
किसी की नहीं अपनी सगी.।
13
हे
मेरे नादान आशिको
मै
नमकीन हसीन तेरी
रखते
हो तुम दिल में जेब में अपनी पैंट में
पता
है तुम्हें ?
मैं
मोबाईल कोबरा
मेरे
भीतर से हरदम फूटरी रहती है
अदृश्य
किरणें
चाट
जाती हूं तेरा दिल फेफड़े की ताकत
दिमाग
की उर्जा
चट
कर देती हूं सबकी मर्दानगी
कुंद
कर देती हूं मातृवत /
बना देती हूं बंजर जमीन सी बांझ
मेरे
भीतर पलते हैं सैकड़ों रोग
मेरी
आशिकी में / भला तुम कैसे रहोगे
निरोग
कोई
नहीं मुझसे जुदां
लोग
मेरे ही दीवाने आशिक पागल बेकल बेकरार
13
मेरे
ही चलते
पूरी
दुनिया है बर्बादी के कगार पर
मन
के संहार पर
पूरी
दुनियां ही है एक रणस्थली / युद्ध का मैदान
बेडरूम
हो या वॉशरूम
सबके
साथ / सबके पास
सबके
दिलो दिमाग में / हाथ में जेब में
पर्श में
सब
जगह मेरा ही राज है।
मेरी
ताकत का नहीं तुमको अंदाज है ?
मेरे
बगैर दुनिया के सारा काम बेकार व्यर्थ
रोज
रोज हर रोज
मेरी
ताकत और ज्यादा पनप रही है
और
तुम इंसान
एलर्ट
होने की बजाय
और
अधिक अट्रैक्ट हो रहे है
मेरा
काम आसान हो रहा है /
आदमी रेगिस्तान हो रहा है।
15
तेरी
नहीं यह सबकी
मोबाईल
डार्लिंग का यह ग्लोबल वार है
जिसमें
ना होगा कोई रॉकेट एटॉम बमया या हथगोले
फिर
भी चारो तरफ देखो
आग
के ही गोले घूम रहे हैं / अंगारे बरस रहे हैं
मेरे
बिन लोग तरस रहे है।
अपनी
बर्बादी के वास्ते बेकरार है
यही
मौत का श्रृंगार है
यही
मोबाईल रानी का ग्लोबल वार है।
मीठा
मीठा नरसंहार है
रात
रात भर जाग जागकर /
मूरख वैज्ञानिक करेंगे मेरी निंदा आलोचना
तुमको
एलर्ट करेंगे /
तेरी मूर्खता पर रिएक्ट करेंगे
16
वाह
रे मेरे मूरख नादान आशिकों
मेरी
आगोश में ही रहना, सब सहना और कहना / सब बकवास है
सब
मेरी आशिकी में मारे जाएंगे
कितने
लोगों का भला /
डॉक्टर पोस्टमॉर्टम करवाएंगे ?
मेरी
वजह से लोग मरेंगे तड़पेंगे
तन
मन धन पूरा बदन आराम चैन गंवाएंगे
मेरी
किरणों से होंगे सभी बीमार
या
मेरी आशिकी में होकर बंदी,
गिरफ्त
में मेरी शिकस्त से
भूल
जाएंगे बोलना कहना सोचना विचारना
या
/
हाथ उठाकर रिएक्ट करना
सब
खामोश ही रह जाएंगे /
सब सह जाएंगे
मैं
मोबार्ल डार्लिंग
गूंगे
बहरों अपंगों की फौज बना रही हूं
तेरे
भीतर की
तमाम
संभावनाओं की हत्यारिन
अपने
मरीज आशिकों के स्लो डेथ का उत्सव मना रही हूं।।
17
मैं
तेरी मोबाईल डार्लिंग
मैं
किलर मैं ड्रैकूला
फिर
भी तेरा प्यार हूं।
मैं
विषकन्या /
भांप नहीं पाओगे मुझे
मेरे
जहर के कई नाम जो तुम्हें पसंद है
याहूं
गूगल रेडिफ वॉट्सएप्प फेसबुक टिव्टर
और
न जाने किन किन /
नाम वाले हैं मेरे अंगारे हथगोले एटॉमबम
जिसका
ताप रोमांच /
तुम्हें भाता है
मूरख
तुम्हें कुछ नहीं आता है
बिना
टेल (पूंछ) का तू एनीमल
मैं
तेरी रिंग मास्टरनी /
जादूगरनी
तुम
सब मेरे डेथ सर्कस के हो पपेट
गिनो
देखो और करो वेट
अपनी
मौत का
सावधान
होने की सारी हदें /अब
तुम भूल गए हो ।.।
18
मैं
तेरी मोबाईल
डार्लिंग
नहीं /कोबरा
हूं
तुम
सबको डसती हूं रोज रोज
सिम
चाहे कोई बदल लो जीने नहीं दूंगी
सबको
काट काटकर /
खुद से तुम्हें लाचार बनाती हूं
मैं
म्यूजिक की मीठी मीठी धुन नहीं / मीठी जहर हूं
घुस
कर तेरे भीतर बहरा बहरी / मूक वधिर बनाती हूं
दिमाग
की गूंज को हॉरर कर चाट जाती हूं
तेरी
धडकन लील /
मैं तेरी धड़कन बन जाती हूं
मैं
कोहराम नहीं मचाती
कोहराम
खत्म करती हूं
मोबाईल
एंटीना विकास का नही डेथ का तार है
हाय
दीवाने लोग/
इसे डेवलपमेंट का तार मानते हैं
बेस्ट
कनेक्टविटी का अवतार मानते हैं
19
तुम
सबकी मैं ड्रीमगर्ल मोहक मल्लिका
सबको
केवल अपनी बोली अपना टोन सुहाये
बिन
मेरे नींद चैन नहीं आए
मेरे
सारे महबूब /
सोने तक मुझमें ही उलझे रहते हैं
खुद
भूलकर अपनी नींद
मेरे
रेस्ट के लिए सोते हैं
यह
मेरे मैजिक का कमाल है
मेरे
प्यार के पागल दीवानों को / मेरी सोहबत से
तुम्हें /
दूसरों की हर बात बुरी लगती है
मोबाईलची
बना मै /
उबालची बना गय हूं
ड्रीमलैंड
की मैं मोबाईल रानी
सुसाईट
के लिए उकसाती हूं।
हर
मोबीलची को /
मैं धीरे धीरे खा जाती हूं।
20
और
अंत में
लो
देखो मेरा मैजिक
सिम
कोई भी हो या मोबाईल
कितनी
डैंजर हूं /
सब बता गयी
अपना
सारा डेथ प्लान समझा गयी
फिर
भी तुम पागल लोग हंस रहे हैं
मेरे
मोहपाश में फंस रहे हैं .
यह
सिलसिला रहेगा जारी
मैं
बनी रहूंगी मोबाईल रानी
मगर
मेरे आशिको
एक
सलाह देती हूं
सेफ
रहना है मुझसे तो
करो
कम से कम मेरा इस्तेमाल
लंबी
लंबी बातें करो कभी तो/
ईयर फोन लगाकर
पर
मैं जानती हूं
मैं
तेरे मन की मल्लिका हूं।
तू
नहीं मानेगा मेरी बात
और
रोज रोज /
रात रात भर
मुझमें
ही उलझा रहेगा /
करेगा खुद को बीमार
तेरा
है यही प्यार
और
मैं
फिर कहती हूं
मैं
किसी की नहीं मल्लिका
मोबाईल
डार्लिंग नहीं
कोबरा
रानी हूं।
मेरी
संगत की बीमारियों को लो करो स्वीकार /यही है मेरा उपहार ।।
मैं
मोबाईल रानी
यही है
मेरी कातिल कहानी।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें