प्रस्तुति - कृष्ण मेहता
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 22 अक्टूबर 2020*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - अश्विन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - षष्ठी रात्रि 07:39 तक तत्पश्चात सप्तमी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्वाषाढा 23 अक्टूबर रात्रि 01:00 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा*
⛅ *योग - सुकर्मा 22 अक्टूबर रात्रि 02:37 तक तत्पश्चात धृति*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 01:48 से शाम 03:14 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:38*
⛅ *सूर्यास्त - 18:07*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - सरस्वती पूजन, हेमंत ऋतु प्रारंभ*
💥 *विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *दाँतों में से खून निकलता हो तो* 🌷
🍋 *नीबूं का रस मसूड़ों को रगड़ने से आराम होगा ।*
🙏🏻 *- पूज्य बापूजी Jodhpur 4th Sep, 2011*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
🏡 *किचन में दवाईयां रखने की आदत वास्तु के अनुसार बिलकुल गलत मानी जाती है। ऐसा करने से लोगों की सेहत में उतार-चढाव बना रहता हैं।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *इन तिथियों का लाभ अवश्य लें* 🌷
➡ *२५ अक्टूबर - दशहरा, विजयादशमी ( पूरा दिन शुभ महूर्त ), संकल्प, शुभारम्भ, नूतन कार्य , सीमोल्लंघन के लिए विजय मुहूर्त ( दोपहर २:१८ से ३:०४ तक ), गुरु-पूजन, अस्त्र-शस्त्र- शमी वृक्ष – आयुध-वाहन पूजन*
➡ *२७ अक्टूबर - पापांकुशा एकादशी ( इस दिन उपवास करने से कभी यमयातना नहीं प्राप्त होती | यह स्वर्ग, मोक्ष, आरोग्य, सुंदर स्त्री, धन व मित्र देनेवाली है | इसका व्रत माता, पिता व पत्नी के पक्ष की १०-१० पीढ़ियों का उद्धार करता है |)*
➡ *३० अक्टूबर - शरद पूर्णिमा खीर चन्द्रकिरणों में रखें (३१ अक्टूबर शरद पूर्णिमा व्रत हेतु) (२७ अक्टूबर से ३१ अक्टूबर तक ) रात्रि में चन्द्रमा को कुछ समय एकटक देखें व पूर्णिमा की रात में सुई में धागा पिरोयें, इससे नेत्रज्योति बढती है ।*
➡ *३१ अक्टूबर से ३० नवम्बर - कार्तिक मास व्रत व पुण्यस्नान ( इसमें आँवले की छाया में भोजन करने से पाप नष्ट हो जाता है व पुण्य कोटि गुना होता है |)*
➡ *८ नवम्बर - रविवारी सप्तमी ( सूर्योदय से सुबह ७: ३० तक), रविपुष्यामृत योग ( सूर्योदय से सुबह ८:४६ तक )*
➡ *११ नवम्बर : रमा एकादशी ( चिन्तामणि व कामधेनु के सामान सर्व मनोरथपूर्तिकारक व्रत), ब्रह्मलीन मातुश्री श्री माँ महँगीबाजी का महानिर्वाण दिवस*
➡ *१३ नवम्बर - धनतेरस, उम दीपदान, नरक चतुर्दशी ( रात्रि में मंत्रजप से मन्त्रसिद्धि)*
➡ *१४ नवम्बर - नरक चतुर्दशी (तैलाभ्यंग स्नान), दीपावली ( रात्रि में किया गया जप-तप, ध्यान-भजन अनंत गुना फलदायी )*
➡ *१६ नवम्बर - नूतन वर्षारम्भ (गुजरात), कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा ( पूरा दिन शुभ मुहूर्त, सर्व कार्य सिद्ध करनेवाली तिथि), भाईदूज, विष्णुपदी संक्रांति ( पुण्यकाल : सुबह ६:५५ से दोपहर १:१७ तक) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का लाख गुना फल )*
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🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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