प्रस्तुति-- स्वामी शरण
अनुक्रम
[छुपाएँ]§प्यार का अर्थ[संपादित करें]
प्यार एक अद्भुत अहसास है। प्यार अनेक भावनाओं का, रवैयों का मिश्रण है जो पारस्परिक स्नेह से लेकर खुशी की ओर विस्तारित है। ये एक मज़बूत आकर्षण और निजी जुड़ाव की भावना है। ये किसी की दया, भावना और स्नेह प्रस्तुत करने का तरीका भी माना जा सकता है। खुद के प्रति, या किसी जानवर के प्रति, या किसी इनसान के प्रति स्नेहपूर्वक कार्य करने या जताने को प्यार कह सकते हैं। कहते हैं कि अगर प्यार होता है तो हमारी ज़िन्दगी बदल जाती हैं।प्राचीन ग्रीकों ने चार तरह के प्यार को पहचाना है: रिश्तेदारी, दोस्ती, रोमानी इच्छा और दिव्य प्रेम। प्यार को अकसर वासना के साथ तुलना की जाती है और पारस्परिक संबध के तौर पर रोमानी अधिस्वर के साथ तुला जाता है, प्यार दोस्ती यानी पक्की दोस्ती से भी तुला जाता हैं। आम तौर पर प्यार एक एहसास है जो एक इनसान दूसरे इनसान के प्रति महसूस करता है।
§सच्चा प्यार:-[संपादित करें]
- किसी की परवाह करना होता है।
- किसी के प्रति आकर्षण होता है।
- किसी के प्रति लगाव होता है।
- एक ज़िम्मेदारी होती है।
- एक घनिष्ट रिश्ता होता है।
§प्यार के रूप [संपादित करें]
- अवैयक्तिक प्यार
- पारस्पारिक प्यार
§प्यार के कई आधार हैं[संपादित करें]
- जैविक आधार
वासना प्रारंभिक आवेशपूर्ण यौन इच्छा है, जो संभोग को बढ़ावा देता है। ये समागम और रसायन की रिहाई को बढ़ावा देता है। इसका प्रभाव कुछ हफ्ते या महिनों तक ही होता है। आकर्षण एक व्यक्तिगत और रोमानी इच्छा है जो एक ही मनुष्य के प्रति है जो हवस से उत्पन्न होती है। इससे एक व्यक्ति से प्रतिबद्धता बढ़ती है। जैसे जैसे मनुष्य प्यार करने लगते हैं, उनके मस्तिष्क में एक प्रकार के रसायन की रिहाई होती हैं। मनुष्य के मस्तिष्क में सुखों के केन्द्र को उत्तेजित करता है। इस वजह से दिल कि धड़कनें बढ़ जाती हैं, भूख नही लगती, नींद नहीं आती और उत्साह की तीव्र भावना जाग्रृत होती है। आसक्ति ऐसा लगाव है जिससे सालों रिश्तों की बढ़ोतरी होती है। आसक्ति प्रतिबद्धता पर निर्भर करती है जैसे शादी, बच्चे या दोस्ती पर।
- मनोवैज्ञानिक आधार
प्रतिबद्धता एक उम्मीद है कि ये रिश्ता हमेशा के लिये कायम रहेगा। आखिर में यौन आकर्षण और जोश है। आवेशपूर्ण प्यार, रोमानी प्यार और आसक्ति में दिखाया गया है। प्यार के सारे प्रपत्र इन घटकों का संयोजन होता हैं। पसन्द करने में आत्मीयता शामिल् होती हैं। मुग्ध प्यार में सिर्फ जोश शामिल होता हैं। खालि प्यार में सिर्फ प्रतिबद्धता शामिल हैं। रोमानी प्यार में दोनो आत्मीयता और जोश शामिल होता हैं। साथि के प्यार में आत्मीयता और प्रतिबद्धता शामिल होता हैं। बुद्धिहीन प्यार में प्रतिबद्धता और जोश शामिल हैं। आखिर् में, घाघ प्यार में तीनों शामिल होते हैं।
- विकास्वादी आधार
§प्यार के कई द्रुष्टिकोण हैं[संपादित करें]
§राजनीतिक द्रुष्टिकोण[संपादित करें]
- आज़ाद प्यार
§दार्शनिक द्रुष्टिकोण[संपादित करें]
प्यार के दर्शन एक सामाजिक दर्शन और आचार का क्षेत्र है जो हमें प्यार के स्वपरूप बताते हैं। प्यार के दार्शनिक जांच, निजि प्रेम के विभिन्न प्रकार के बीच के विशिष्टता को दिखाना, प्यार को उचित किस प्रकार साबित कर सकते हैं या किस प्रकार किया गया है, प्यार का मूल्य क्या है और प्यार का प्रेमि और प्रेमिका के स्वायत्त्तता पर क्या प्रभाव है इत्यादि विषयों पर घौर करता है़।§प्यार करने के तरीके[संपादित करें]
- अपने अतीत को स्वीकार करना
- अपने आप से प्यार करना
- आपके पास दूसरों को देने के लिये कुछ होना चहिये
- आपको आलोचनीय होना चाहिये
- आपको हर किसी का सम्मान करना चाहिये
- उत्तामता की कामना मत कीजिए
- याद रखे की सब बराबर है
- आपको हर मुद्दे को सबी पक्षों की ओर से देखना चाहिए
- स्पष्ट रूप से और अकसर संवाद करें
§प्यार जताने के लिये टिप्स[संपादित करें]
अगर आप अपने साथी के होंठों पर मुस्कान देखना चाहते हैं तो हम बताते हैं उसके लिए कुछ टिप्स, जिससे वह खुश हो जाएंगी। तो लीजिए पेश है नाजुक से उपाय, उनकी मीठी-सी मुस्कान के लिए -- उनसे कहें कि वह खूबसूरत है।
- उनका हाथ कुछ सेकंड के लिए जरूर थामें।
- उन्हें बारबार यह बात कहते रहें कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं।
- अगर वह परेशान है तो उन्हें गले लगाकर इस बात का एहसास दिलाएं कि वह आपके लिए कितना मायने रखती हैं।
- उनकी छोटी-छोटी बातों का भी खयाल रखें, क्योंकि यह प्यार का बहुत जरूरी हिस्सा होता है।
- कभी-कभी उनके पसंदीदा गाने भी उन्हें सुनाएं, चाहे आपकी आवाज कितनी भी खराब क्यों न हो।
- उनके दोस्तों के साथ भी कुछ समय बिताएं।
- अपने परिवार के लोगों और दोस्तों से भी उन्हें मिलाएं, इससे आपके प्रति विश्वास बढ़ेगा।
- पार्क लेकर घूमने जाएं और अपने दिल की बात कहें।
- हंसाने के लिए जोक्स सुनाएं।
- उन्हें कभी-कभी अपने कंधों पर उठाएं।
- उनके लिए फूलों का तोहफा ले जाएं।
- अपने दोस्तों के बीच भी उनके साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप अकेले में करते हैं।
- उनकी आंखों में देखकर मुस्कुराएं।
- आपकी जो तस्वीर उन्हें पसंद हो वो उन्हें जरूर दें।
- हमेशा अपने प्यार का इजहार करते रहें।
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