"पहले मैं ही जाऊंगी"
सुनो, हर वक्त,
पहले तुम पहले तुम करते हो ना,
जब जिंदगी साथ छोड़ेगी ना,
तब भी पहले मैं ही जाऊंगी....
मुझे आदत नहीं बिल्कुल,
तुम बिन रहने की...
जिंदगी के सारे दर्द,
अकेले सहने की....
सुनो, हर सांस
साथ निभाया है ना तुमने..
जब सांस टूटने लगे ना,
तो पहले मैं ही जाऊंगी...
जब जिंदगी साथ छोड़ेगी ना,
तब भी पहले मैं ही जाऊंगी...
सुनो, इस आंगन में,
तुम ही लेकर आए थे..
इस आंगन से,
तुम ही लेकर जाना....
साथ निभाया तो, है अब तक तुमने...
अंत तक तुम ही साथ निभाना...
तेरे साथ ही,
इस आंगन में आई थी...
तेरे साथ ही,
इस आंगन से जाऊंगी.....
जब जिंदगी साथ छोड़ेगी ना,
तब भी पहले मैं ही जाऊंगी...
जिंदगी बाहों में ही गुजारी है तेरे,
मौत भी बाहों में ही आएगी...
पहली बार तुमने ही मांग भरी थी ना,
अंतिम बार भी, तेरे हाथों से ही भरी जाएगी...
सुनो, हर बात तुम्हारी मानी है,
इसमें एक भी नहीं मानूंगी....
जब जिंदगी साथ छोड़ेगी ना,
तब भी पहले मैं ही जाऊंगी....
रीना झा शर्मा ©®.
सुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंहृदय स्पर्शी उद्गार मन को कहीं अंदर तक भीगो गये ।
जवाब देंहटाएंसादर।
अति सुन्दर ।
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