रविवार, 9 अप्रैल 2023

लघु फ़िल्म

 लघु फ़िल्म विश्वभर में बनते तथा प्रदर्शित होते हैं मजे की बात यह है कि इन्हें प्रदर्शित करने के लिए सेंसर बोर्ड की अनुमति की भी कोई आवश्यकता नहीं होती फिर भी कई लघु फ़िल्म सेंसर बोर्ड के द्वारा पास करवाए गये हैं। कई देशों में लघु फ़िल्मों की अवधि अलग अलग भी तय की गई है भारत में एक घंटे से कम अवधि का फ़िल्म लघु फ़िल्म माना जाता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

साहित्य के माध्यम से कौशल विकास ( दक्षिण भारत के साहित्य के आलोक में )

 14 दिसंबर, 2024 केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के हैदराबाद केंद्र केंद्रीय हिंदी संस्थान हैदराबाद  साहित्य के माध्यम से मूलभूत कौशल विकास (दक...