चलो बने “ कथाकार “
कथा “ कहे और लिखे ✍️
अपने प्यारे बच्चों के लिए आपकी अपनी “ बबिता “ लेकर आ रही है -
एक अनूठी और अनोखी पहल ।
जहाँ बच्चे अच्छा सोचना , लिखना , पढ़ना और कहना सीखेंगे - ख़ुद से ख़ुद की सच्ची कहानियाँ ( बाते )
लघु कथा ( कहानी )
उम्र( Age ) - 7 तो 14
वर्कशॉप का अभिप्राय !!
1-बच्चों का स्वस्थ मानसिक विकास
2-लेखन क्षमता में सुधार
3-विचारों का आदान- प्रदान
4-अच्छी और सकारात्मक भाषा शैली की समझ को बढ़ावा देना ।
5- बच्चों कि Creativity को उभारना ।
6-बच्चों के मन के विचारों को शब्दों में पिरोना और उन शब्दों के माध्यम से उनके दिल की बातों को समझना ।
7- बच्चों के मानसिक स्तर को प्रभावशाली बनाना ।
8- कहानी और कथा के मध्यम से जीवन में मूल्यों को उतरना ( Value based)
9- Observation power को बढ़ावा देना ।
10- लेखन कला के माध्यम से writing ✍️ skills को बढ़ाना ।
⭐️Most important
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