गुरुवार, 17 फ़रवरी 2022

भगवान विष्णु

 भगवान विष्णु चित्र 

बीच समुद्र में शेषनाग के ऊपर आराम से लेटे और लक्ष्मी उनके पैर दबा रही है ।

कभी सोचा है भगवान विष्णु का यह रूप किस बात की ओर इशारा कर रहा है ।

इसमें हमारे लिए बहुत गहरा और गंभीर संदेश है,

इसे अगर आत्मसात कर लिया जाए तो हमारा पारिवारिक और सामाजिक जीवन काफी हद तक बदल सकता है ।

आइए समझते हैं कि भगवान विष्णु का यह चित्र हमें क्या सिखा रहा है ।

सरल शब्दों में कहा जाए तो विष्णु दुनियादारी या गृहस्थी के भगवान हैं ।

वे क्षीरसागरमें रहते हैं,

यह संसार भी एक सागर कीतरह है, जिसमें सुख-दु:ख सभी भरपूर है ।

वे शेषनाग की शैय्या पर लेटे हैं, गृहस्थ का जीवन भी ऐसा ही होता है जो घर का मुखिया होता है उसके ऊपर कई जिम्मेदारियां होती हैं इसलिए शेषनाग के कई फन हैं ।

फिर भी विष्णु का चेहरा मुस्कुराता है, यह सिखाता है कि हम भले ही कितनी ही जिम्मेदारियों से घिरे हों धेर्य नहीं खोना चाहिए मन में शांति होना चाहिए और व्यवहार ऐसा हो कि परिवार का एक भी सदस्य आपसे दूर न रह सके ।

लक्ष्मी विष्णु के पैरों में है और उनकी सेवा कर रही है,

यहां संदेश हैं कि जो अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कुशलता से करता है, परिवार को प्रेम की डोर में बांधे रखता है लक्ष्मी सदा उसके पैरों की सेवा में लगी रहती है ।।

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