तोड़ दो मेरा जाम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
प्यास मधुर सपनों का सागर
प्यास छलकते नयन की गागर
सपनों का अंजाम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
प्यास मनोहर प्यार की रजनी
प्यास नशीले रूप की सजनी
लहराए हर गाम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
दीपक, शीशे, फूल, सितारे
छोड़ के बढ़ चल कोई पुकारे
जीवन है संग्राम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
प्यास रसीला स्वप्न मिलन का
मीत हमारे बालेपन का
पीत हुई बदनाम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
प्यास जगत की रीत पुरानी
आशाओं की छांव सुहानी
कर लूं कुछ बिसराम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
तोड़ दो मेरा जाम
प्यास मेरी जानी-पहचानी
प्यास मेरे हृदय की रानी
प्यास मेरा इनआम
कि अब मैं पी न सकूंगा
प्यास बुझी तो जी न सकूंगा
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