देव औरंगाबाद बिहार 824202 साहित्य कला संस्कृति के रूप में विलक्ष्ण इलाका है. देव स्टेट के राजा जगन्नाथ प्रसाद सिंह किंकर अपने जमाने में मूक सिनेमा तक बनाए। ढेरों नाटकों का लेखन अभिनय औऱ मंचन तक किया. इनको बिहार में हिंदी सिनेमा के जनक की तरह देखा गया. कामता प्रसाद सिंह काम और इनकi पुत्र दिवंगत शंकर दयाल सिंह के रचनात्मक प्रतिभा की गूंज दुनिया भर में है। प्रदीप कुमार रौशन और बिनोद कुमार गौहर की भी इलाके में काफी धूम रही है.। देव धरती के इन कलम के राजकुमारों की याद में .समर्पित हैं ब्लॉग.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
नुक्ताचीनी
किसी व्यंजन अक्षर के नीचे लगाये जाने वाले बिंदु को नुक्ता कहते हैं। उर्दू, अरबी, फ़ारसी भाषा से हिन्दी भाषा में आए क ख ग ज फ वर्ण को अलग से...
-
प्रस्तुति- कृति शरण / मेहर स्वरूप / सृष्टि शरण / अम्मी शरण / दृष्टि शरण पौराणिक कथा, कहानियों का संग्रह 1 to 10 पौराणिक कह...
-
Radio Journalism Radio Journalism रेडियो पत्रकारिता संचार के आधुनिक माध्यमों में रेडियो ने अपने वर्चस्व और महत्व ...
-
भारतकोश -ज्ञान का हिन्दी महासागर यहां जाएं: भ्रमण , खोज प्रेमचंद विषय सूची जन्म जीवनी शिक्षा व्यक्तित्व साहित्यि...
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 13 फरवरी 2022 को साझा की गयी है....
जवाब देंहटाएंपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
रचना अच्छी है
जवाब देंहटाएंकहीं कहीं चन्द्रबिंद का नहीं होना विचारणीय है
उम्र दराज़ होने का मामला है । बढ़िया ।
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना
जवाब देंहटाएंआल्हा अंदाज।
जवाब देंहटाएंअभिनव प्रस्तुति ।
हृदय स्पर्शी रचना।
अलहदा पढ़ें कृपया।
जवाब देंहटाएंबढियां अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएं