चंद लोग लिखने क्या लगे
मानो भूचाल आ गया/
मैं तो यह सोचकर हैरान हूँ कि
उस दिन क्या होगा ?
जब हासिये पर
गिरते-बजरते/ऊँघते-अनमने लोग
खप्पा-खपड़ी जैसे अंतरियों वाले लोग
काला अक्षर भैंस बराबर समझने वाले लोग
पहचानने लगेंगे शब्दों के मोल
खुलने लगेंगी उनकी जुबानें
तौलने लगेंगे वे शब्द-शब्द
बोलने लगेंगे शब्द
लिखने लगेंगे शब्द पूरी ताकत से
इंकार के
अधिकार के
प्रतिकार के।
©️रानी सिंह
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