शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

व्यक्तित्व / कृष्ण मेहता

 जब इस संसार के अंदर किसी व्यक्ति की चर्चा और निंदा होनी प्रारंभ हो जाए तब मान लेना चाहिए उस व्यक्ति का व्यक्तित्व है वह बहुत ही ज्यादा विशाल व्यक्तित्व है निंदा और चर्चा मूर्दें व्यक्ति की नहीं होती है हमेशा जिंदे व्यक्ति की होती है जो व्यक्ति शक्तिशाली होता है ताकतवर होता है साहसी होता है वही अपने जीवन में नई कार्य संपादित करने में सफलता प्राप्त करते हैं उन व्यक्तियों को ही हमेशा इस संसार में चर्चित व्यक्तित्व के रूप केंद्र स्थापित होने का अवसर प्राप्त होता है उस व्यक्तित्व की निंदा करने वाले लोग भी उभरकर सामने आने प्रारंभ हो जाते हैं तब वह व्यक्तित्व पूरे संसार के अंदर अपने आप ही चर्चित व्यक्तित्व के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को प्रतिष्ठित करने वाला बन जाता है यह 2 गुण जिस व्यक्ति के जीवन में समावेश कर जाते हैं वह व्यक्ति सफल व्यक्तित्व के रूप के अंदर अपने आपको इस संसार में प्रतिष्ठित करने वाला बन जाता है प्रातः काल का शुभ विचार हमारे को चर्चा और निंदा इन दोनों की ओर अग्रसर करने वाला बन सकता है हम अच्छा काम करते चले जाएं हमारी चर्चा सारे संसार में होती चली जाएगी जब हमारे कार्यों की निंदा होने प्रारंभ हो जाए तब अपने आप ही हमारी महानता की प्रतिष्ठा प्रतिष्ठान प्रारंभ हो सकती है प्रातः काल का शुभ विचार हमारे को इसी दिशा की ओर अग्रसर करने वाला बन जाता है ।

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