#आषाढ़_मास 25 जून से शुरू हो चुका है और 24 जुलाई तक रहेगा।
यह #हिन्दू_पंचांग का चौथा महीना है। इसी महीने से *वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है। इस महीने में रोगों का संक्रमण सर्वाधिक होता है। वातावरण में थोड़ी सी नमी आनी शुरू हो जाती है।*
*इसी महीने में #श्री_जगन्नाथ जी की रथयात्रा निकाली जाती है। इस महीने में सूर्य और देवी की भी उपासना की जाती है। इस महीने में तंत्र और शक्ति उपासना के लिए "गुप्त नवरात्रि" भी मनाई जाती है। इसी महीने (हरिशयनी एकादशी) से श्री हरिविष्णु शयन के लिए चले जाते हैं।* अगले चार माह तक शुभ कार्यों की वर्जना रहती है। *आषाढ़ माह की पूर्णिमा को #गुरु_पूर्णिमा का महान उत्सव भी मनाया जाता है।*
*आषाढ़ माह के व्रत और त्योहार*:
*28 जून- पंचक काल प्रारंभ*
*02 जुलाई- शीतलाष्टमी*
*03 जुलाई- पंचक का समापन*
*05 जुलाई- योगिनी एकादशी व्रत*
*07 जुलाई- प्रदोष व्रत*
*08 जुलाई- मासिक शिवरात्रि*
*09 जुलाई- अमावस्या तिथि*
*11 जुलाई- गुप्त नवरात्रि प्रारंभ*
*12 जुलाई- श्री जगन्नाथ जी रथयात्रा प्रारंभ*
*13 जुलाई- विनायक चतुर्दशी व्रत*
*16 जुलाई- कर्क संक्रांति*
*18 जुलाई- गुप्त नवरात्रि पारण*
*19 जुलाई- आशा दशमी का व्रत रहेगा*
*20 जुलाई- हरिशयनी एकादशी*
*21 जुलाई- प्रदोष व्रत, वामन द्वादशी*
*22 जुलाई- विजया पार्वती व्रत*
*24 जुलाई- पूर्णिमा व्रत*
*किन देवी-देवताओं की हो पूजा?*
*आषाढ़ के महीने में सबसे ज्यादा फलदायी उपासना गुरु की होती है।* इसके अलावा देवी की उपासना भी शुभ फल देती है। श्री हरि विष्णु की उपासना। *इस महीने में जल देव की उपासना जल का महत्व दर्शाती है।* इस महीने में मंगल और सूर्य की उपासना अवश्य करें, ताकि ऊर्जा का स्तर बना रहे।
🙏जय श्री हरि🙏
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