विश्व पर्यावरण दिवस.....🎄🎄/ रितिका सिहाग..🎄🎄🎄🎄🎄
छायादार पेड़ों की पूछताछ वाली पोस्ट में एक बहुत ही रोचक जानकारी निकल कर सामने आई !!
पीपल-बरगद के पेड़ को हम नही उगा सकते चाहे हमारे पास इसके बीज उपलब्ध हों तो भी !!
न ही कलम विधि से इन्हें उगाया जा सकता है !!!
तो फिर ये उगते कैसे हैं ??
इंटरनेट को खंगाला तो बड़ी रोचक जानकारी प्राप्त हुई !!
दरअसल बरगद/पीपल में बहुत से फल लगते है व हर फल में हजारों बीज होते है। और हाँ, यह साल भर फलता रहता है।
अब इतनी बड़ी तादात में बीज का उत्पादन करने वाले वृक्ष की संख्या नियंत्रण के लिए प्रकृति को कुछ तो करना ही था। नहीं तो हर ओर केवल बरगद के ही पेड़ दिखाई देते। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रकृति ने इसके बीजों के खोल को इतना कठोर बना दिया है कि यह आसानी से उग नहीं पाते।
बरगद के फल बीजों सहित बड़ी मात्रा में पक्षियों,जैसे मैना, बुलबुल, तोता, कौवा आदि के द्वारा खाये जाते हैं।
उनके लिए यह भूख मिटाने की उचित सामग्री है जो हमेशा सुलभता और बहुलता से हर जगह उपलब्ध होती हैं।
पक्षियों के पेट मे मौजूद एसिड इन बीजों की ऊपरी सतह को कमजोर बना देता है परन्तु इनकी जर्मीनेशन क्षमता नष्ट नहीं होती है। ऐसे बीज उचित माहौल पाकर उग आते हैं।
यही कारण है कि बरगद, पीपल, पाकड़ आदि के बीज पक्षियों द्वारा की गई बीट में आसानी से उगते हैं। एक बार उग आये तो ये पेड़ तेजी से बढ़ते हैं। पथरीली व खराब मिट्टी में भी इनकी जड़ें अपना स्थान बना लेती हैं।
इसीलिए इन पेड़ों को कोई लगाता नहीं है। सिर्फ उखाड़ों नहीं और ये चल निकलेंगें। इन पेड़ों (खासकर पीपल) को उखाड़ने की मनाही को धार्मिक आस्था का रूप देने के पीछे यही कारण है।
और जाते जाते युवाओँ के लिए ......
●ये जो बुलेट पे गर्लफ्रैंड को बिठा कर लॉन्ग ड्राइव पर ले जाते समय उसके साइलेंसर से वातावरण को धुंआ धुंआ कर देते हो न,
उसकी क्षतिपूर्ति फिर पेड़ ही करते हैं !!
●जिस पलंग पर सोते हुए सुन्नर सुन्नर लड़कियों के सपने लेते हो न
उन्हें भी पेड़ों की गर्दन काटकर बनाया जाता है !!
●प्रेयसी के साथ एक नारियल में 2 स्ट्रॉ डालकर पीने आनंद लेते हो न, वो भी पेड़ से ही मिलता है!!
●खून से प्रेमिका को लिखे खत के लिए कागच भी इन्हीं पेड़ो से मिलता है !!
◆आपको छाया चाहिए ??
◆बारिश में अपनी प्रेयसी के साथ घूमना है ??
◆लकड़ी चाहिए ??
◆फल चाहिए ??
◆शुद्ध ऑक्सीजन पाने की चाहत होती है ??
◆अपनी प्रेयसी के साथ पेड़ के नीचे बैठना है ??
●तो पेड़ लगाइए !!!!
■आइये पर्यावरण दिवस पर संकल्प ले
कि हर साल कम से कम एक पेड़ तो जरूर लगाएंगे। सिहाग
पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर जरूर कीजियेगा 🙏🙏
छायादार पेड़ों की पूछताछ वाली पोस्ट में एक बहुत ही रोचक जानकारी निकल कर सामने आई !!
पीपल-बरगद के पेड़ को हम नही उगा सकते चाहे हमारे पास इसके बीज उपलब्ध हों तो भी !!
न ही कलम विधि से इन्हें उगाया जा सकता है !!!
तो फिर ये उगते कैसे हैं ??
इंटरनेट को खंगाला तो बड़ी रोचक जानकारी प्राप्त हुई !!
दरअसल बरगद/पीपल में बहुत से फल लगते है व हर फल में हजारों बीज होते है। और हाँ, यह साल भर फलता रहता है।
अब इतनी बड़ी तादात में बीज का उत्पादन करने वाले वृक्ष की संख्या नियंत्रण के लिए प्रकृति को कुछ तो करना ही था। नहीं तो हर ओर केवल बरगद के ही पेड़ दिखाई देते। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रकृति ने इसके बीजों के खोल को इतना कठोर बना दिया है कि यह आसानी से उग नहीं पाते।
बरगद के फल बीजों सहित बड़ी मात्रा में पक्षियों,जैसे मैना, बुलबुल, तोता, कौवा आदि के द्वारा खाये जाते हैं।
उनके लिए यह भूख मिटाने की उचित सामग्री है जो हमेशा सुलभता और बहुलता से हर जगह उपलब्ध होती हैं।
पक्षियों के पेट मे मौजूद एसिड इन बीजों की ऊपरी सतह को कमजोर बना देता है परन्तु इनकी जर्मीनेशन क्षमता नष्ट नहीं होती है। ऐसे बीज उचित माहौल पाकर उग आते हैं।
यही कारण है कि बरगद, पीपल, पाकड़ आदि के बीज पक्षियों द्वारा की गई बीट में आसानी से उगते हैं। एक बार उग आये तो ये पेड़ तेजी से बढ़ते हैं। पथरीली व खराब मिट्टी में भी इनकी जड़ें अपना स्थान बना लेती हैं।
इसीलिए इन पेड़ों को कोई लगाता नहीं है। सिर्फ उखाड़ों नहीं और ये चल निकलेंगें। इन पेड़ों (खासकर पीपल) को उखाड़ने की मनाही को धार्मिक आस्था का रूप देने के पीछे यही कारण है।
और जाते जाते युवाओँ के लिए ......
●ये जो बुलेट पे गर्लफ्रैंड को बिठा कर लॉन्ग ड्राइव पर ले जाते समय उसके साइलेंसर से वातावरण को धुंआ धुंआ कर देते हो न,
उसकी क्षतिपूर्ति फिर पेड़ ही करते हैं !!
●जिस पलंग पर सोते हुए सुन्नर सुन्नर लड़कियों के सपने लेते हो न
उन्हें भी पेड़ों की गर्दन काटकर बनाया जाता है !!
●प्रेयसी के साथ एक नारियल में 2 स्ट्रॉ डालकर पीने आनंद लेते हो न, वो भी पेड़ से ही मिलता है!!
●खून से प्रेमिका को लिखे खत के लिए कागच भी इन्हीं पेड़ो से मिलता है !!
◆आपको छाया चाहिए ??
◆बारिश में अपनी प्रेयसी के साथ घूमना है ??
◆लकड़ी चाहिए ??
◆फल चाहिए ??
◆शुद्ध ऑक्सीजन पाने की चाहत होती है ??
◆अपनी प्रेयसी के साथ पेड़ के नीचे बैठना है ??
●तो पेड़ लगाइए !!!!
■आइये पर्यावरण दिवस पर संकल्प ले
कि हर साल कम से कम एक पेड़ तो जरूर लगाएंगे।
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