रविवार, 22 अगस्त 2021

सिर्फ बिहार में बिहारी शब्द

 पेश हैं कुछ ऐसे शब्द और बातें जो सिर्फ बिहार के लोग सही से बोल पायेंगे:-


1.बलवा काहे नहीं कटवाते हो जी


2.मिज़ाज लहरा दिया


3.तनी-मनी तरकारी दे दो


4.अभरी गेंद ऐने आया तो ओने बीग देंगे


5.बिस्कुटिया चाय में बोर-बोर के

खाओ जी


6.छुच्छे काहे खाना खा रहे हो


7.काम लटपटा गया है


8.बड़ी भारी है-दिमाग में

कुछो नहीं ढ़ूक रहा है


9.बदमाशी करबे त नाली में गोत देबौ


10.सत्तू घोर के पी लो


11.तखनिए से ई माथा खराब कैले है. :


अऊर सुनिये...

१२.बरसतवा में छतवा चुवे लगता है मरदे!


१३.नरभसाइये मत


१४. मार मार के भुरकुस छोड़ा देंगें


१५.कपड़वा पसार दो


१६.ए मरदे, ई का कह रहे हैं?


१७.जादे बोलियेगा तो मुंहवे नोच लेंगें

 Proud to be Bihari 

.काहे की-

हमलोग के यहाँ idiot नहीं "बकलोल"होता है।।

हमलोग कटने पे बोरोलीन लगाते हैं, क्यूंकि

      dettol से "परपराने" लगता है।।

हमलोग जान से नहीं ना मारते हैं

     "मार के मुआ देते हैं"।।

हमलोग गला दबाते नहीं

     "नट्टी टीप देते हैं"।।

हमलोग awsome काम नहीं करते 

      "गर्दा उड़ा देते हैं"।।

हमलोग tension में नहीं आते बस

      "हदस" जाते हैं।।।

हमलोग का bad day नहीं होता बस 

      "जतरा खराब होता है"।।

हमलोग का कपड़ा धोया नहीं

      "फिंचा" जाता है।।

हमलोग ताकत नहीं

      "बरियारी" दिखाते हैं।।

हमारे लिए train चलती नहीं

      "खुल" जाती है।।

हमारे यहाँ बच्चा नहीं

      "बाल-बुतरू" होता है।।

हमलोग show off नहीं

      "सुखल फुटानी" करते हैं।।

हमारे यहाँ कोई uncivilized नहीं होता

      बस "चुहाड़" कहलाता है।।

finally we dont believe in          competition काहे की "हमसे कोई सकेगा"

      

      "जय बिहार"

बिहार के कुतवा काटता नहीं, हबक लेता है

बिहार के मच्छर काटता नहीं , भम्भोर लेता है


कैसा लगा बताइएगा😊

1 टिप्पणी:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज सोमवार 23 अगस्त 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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