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एक छोटा सा
काम करना चाहता
बड़े और सयाने
हो जायें
उससे पहले
बच्चों को
सिखाना
चाहता
बनाना
दुनिया का
नक्शा ऐसा
हो नहीं
जिसमें कोई
सरहद कहीं
न सीमायें
देशों की
न सोच की
जाने से पहले
जान से जहान से
जिंदगी के लिए
हर किसी के लिए
कुछ ऐसा
कर गुजरना चाहता
बेड़ियों में जकड़े
खानों में बँटे
लकीरों से बिंधे
अभी है जैसे
इस बनावटी संसार में
जीते जी
नहीं घुटना मरना चाहता...
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