लीजिये साहब कुछ होली टाइटल हमने भी बनाये हैं। सो पहली किश्त जारी कर रहे हैं । बुरा जरूर मानना, होली है :)
हिन्दी के व्यंग्यकार -होलियाना उपाधियाँ
गोपाल चतुर्वेदी – भीष्म पितामह
अजातशत्रु – परसाई नम्बर 2
सूर्यबाला (Suryabala Lal मेरे व्यंग्य शाकाहारी होते हैं
ज्ञान चतुर्वेदी Gyan Chaturvedi – मैं तो व्यंग्य का भगवान हूँ। भगवान की आलोचना कोई कैसे कर सकता है ?
हरीश नवल Harish Naval – मैडम जी ,आपकी स्माइल बहुत अच्छी है
प्रेम जनमेजय प्रेम जनमेजय –योग्य लोगों को ही पुरस्कार देता हूँ
विष्णु नागर Vishnu Nagar – हम भी मुंह में जुबान रखते हैं
अनूप श्रीवास्तव -सारी लेखिकाओं को व्यंग्यकार बनाऊँगा
हरि जोशी Hari Joshi – हिन्दुस्तानी प्याला ,अमेरिकन चाय
अरविन्द तिवारी – शिकायतें बहुत सारी
जवाहर चौधरी Jawahar Choudhary – टापू पर अकेला
अश्विनी कुमार दुबे Ashwini Kumar Dubey – जरा सामने तो आओ छलिये
गिरीश पंकज – भोला भण्डारी
सुभाष चंदर – इस बार व्यंग्य की किताब आई है
ईश्वर शर्मा -कभी हम भी व्यंग्य लिखते थे
संतोष खरे Santosh Khare – मेरा तो वकालतनामा भी व्यंग्य मे है
दामोदर दत्त दीक्षित – श्रीलालजी की विरासत मेरे ही पास है
आलोक पुराणिक Alok Puranik – डाइटिंग का रोल मॉडल
कैलाश मंडलेकर – इत्ते सालों की तपस्या के बाद ‘ज्ञान’ मिला है
महेंद्र कुमार ठाकुर – पोथी पत्रे वाले व्यंग्यकार
यशवंत व्यास – व्यंग्य की लाल मिर्च
पिलकेन्द्र अरोड़ा- Pilkendra Arora यार ,ये पुरस्कार अच्छा लिखनेवालों को भी मिलते हैं क्या ?
हरीश कुमार सिंह Harish Kumar Singh – चुपचुप खड़े हो ,जरूर कोई बात है
राम स्वरूप दीक्षित Ram Swaroop Dixit – बस अब महिला व्यंग्यकारों का ग्रुप बनाना है
शांतिलाल जैन – ज्ञान प्राप्ति की ओर अग्रसर
पूरन सरमा- Pooran Sarma मेरी बकरी व्यंग्य कथा ही चाव से खाती है
श्रवण कुमार उर्मलिया - हर गुट में
अजय अनुरागी Ajay Anuragi - जयपुर में तो फुल तमाशा है
यशवंत कोठारी - कोठरी में बल्ब लगवाना है जी
राम किशोर उपाध्याय - राम जी की गाय
रमेश सैनी - व्यंग्य धारा का तैराक
ब्रजेश कानूनगो - व्यंग्य में भलेे आदमी
बुलाकी शर्मा Bulaki Sharma - व्यंग्य लिखूँ कि चश्मा संभालूं ?
- (दूसरी किश्त)
बुरा जरूर मानना जी, होली है :)
व्यंग्यकारों के टाइटल
सुधीर ओखदे Sudhir Okhade - जलगांव का व्यंग्य कड़क होता है साहब
अरुण अर्णब खरे Arun Arnaw Khare - व्यंग्य लिखने का वक्त ही ना मिल रहा
सुभाष राय subhash Rai - इतने व्यंग्य छापे हैं, पद्मश्री तो बनता है जी
सूर्य कुमार पांडे : Suryakumar Pandey : कविताओं से ज्यादा हँसी तो मुझे देखकर ही आ जाती है
श्रीकांत चौधरी Shrikant Choudhary - सब गलत हाथों में है
सूर्यदीप कुशवाहा Suryadeep Kushwaha - हम भी लाइन में हैं
महेश चंद्र द्विवेदी Mahesh Chandra Dewedy - व्यंग्य मे भी डी. जी. की पोस्ट होती है क्या
कमलेश पांडे Kamlesh Pandey - अब सर्टिफ़ाइड व्यंग्यकार हूँ।
नीरज बधवार Neeraj Badhwar - वीडियो वाला व्यंग्यकार
पीयूष पांडे Piyush Pandey - पत्रकारिता के ठेले पर व्यंग्य की दुकानदारी
अनुज खरे Anuj Khare - हम तो सबके अनुज हैं जी
राजेंद्र वर्मा- व्यंग्य और ग़ज़ल की जुगलबंदी
जगदीश ज्वलंत Jagdeesh Jwalant - हम सचमुच व्यंग्य लिखते हैं जी
स्नेहलता पाठक - व्यंग्य वाली बहन जी
शेफाली पांडे Shefali Pande - कभी हम भी व्यंग्य लिखते थे
अर्चना चतुर्वेदी - मेरी दुश्मन बनाने की फैक्ट्री है
अनिता यादव - व्यंग्य से मान जावै तो ठीक, वरना लाठी भी चलानी आवै है
समीक्षा तेलंग Samiksha Telang - चंबल की शेरनी
नीरज शर्मा Niraj Sharma - डॉक्टर कम प्रकाशक कम व्यंग्यकार
आभा सिंह नागपुर - बिना शोर के काम
इंद्रजीत कौर Indrajeet Kaur - याद रखना, जीतेगा आखिर में कछुआ ही
शशि पांडे - देखना मैं फिर से व्यंग्य लिखूंगी
मीना सदाना अरोड़ा Meena Sadana Arora - मैं तो बस व्यंग्यकारों पर लिखती हूँ
सीमा मधुरिमा - मैं भी तो व्यंग्य लिखती हूँ
वीना सिंह Veena Singh - भली बालिका
पल्लवी त्रिवेदी - कभी पुलिस पर भी व्यंग्य लिखूंगी
मलय जैन - प्रोमोशन होते ही दूसरा उपन्यास लिख दूंगा
प्रभात गोस्वामी Prabhat Goswami - असली विसंगति तो लेखकों में हैं जी
संजीव जयसवाल संजय Sanjeev Jaiswal Sanjay - व्यंग्य में भी दखल है साहब
सुरेश मिश्र उर्तृप्त - हम तो गुरुओं के सहारे वैतरणी तर जायेंगे
विवेक रंजन श्रीवास्तव Vivek Ranjan Shrivastava
- परसाई जी के शहर के हैं साहेब
आरिफ़ा एविस Arifa Avis - शुरुआत तो अच्छी हुई थी
डॉ अतुल चतुर्वेदी - गुरु की कृपा बिना मोक्ष नहीं मिलता
मधु आचार्य आशावादी Madhu Acharya Aashawadi -किताबों की सेंचुरी वाला लेखक
अनूप शुक्ल - अनूप शुक्ल कट्टा कानपुरी के कमेंट से सब डरते हैं
दिलीप तेतरबे Dilip Tetarbe - गालियों की कॉउंटिंग कभी गड़बड़ नहीं होती
मुकेश राठौर - मत चूके चौहान
अलंकार रस्तोगी Alankar Rastogi - मॉडलिंग में जाना था
पंकज प्रसून Pankaj Prasun - सुना तुमने, अनुपम खेर ने मेरी कविता पढ़ी थी
मुकेश जोशी - ज्ञान जी का बहुत ध्यान रखता हूं
शशांक दुबे - देखना, एक दिन कॉमेडी फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखूंगा
शशिकांत सिंह - तीखी मिर्ची
विनोद विक्की Vinod Vicky - व्यंग्य इवेंट मैनेजमेंट मे उस्तादी
मुकेश पोपली - विट से भरी पोटली
सौरभ जैन - छोटा पैकेट, बड़ा धमाका
अभिषेक अवस्थी Abhishek Awasthi - मैं दिखने में ही भोला हूँ जी
लालित्य ललित - 1000 किताबों का टार्गेट है गुरु
सुरेश अवस्थी Kavi Suresh Awasthi -दाढ़ी के बालों में छिपा व्यंग्य
प्रभाशंकर उपाध्याय Prabha Shankar Upadhyay - होशियारी मे निल बटे सन्नाटा हूँ जी
टीका राम साहू Tikaram Sahu Aazad - ना काहू से दोस्ती
जय प्रकाश पांडे Jai Prakash Pandey - हम जो लिखे वही व्यंग्य है
सुभाष काबरा Subhash Kabra - कभी तो चुटीले कमेंटों को अवार्ड मिलेगा
राजीव तनेजा राजीव तनेजा - व्यंग्यकार कम समीक्षक कम एंकर
शंकर मुनि राय Shanker Muni Rai - पत्नी चालीसा मैंने लिखी है
राजेंद्र सहगल Rajendra Sehgal -वनलाईनर विशेषज्ञ
मोहन लाल मौर्य - अपना कोई गॉड फादर ना है
राकेश सोहम Rakesh Soham - अरे दीवानों मुझे पहचानो
मृदुल कश्यप - नाम जरूर मृदुल है, मार तीखी है जी
शरद उपाध्याय Sharad Upadhyay - नींद खुल गयी
सूरज प्रकाश Suraj Prakash -प्लीज़, मुझे भी व्यंग्यकार मान लो
राजशेखर चौबे Rajshekhar Choubey - धार जल्दी आयेगी
डॉ गणेश राय - सर जी, हम भी वयंग लिखा हूँ
सुनील जैन राही Sunil Jain Raahi - व्यंग्य का जिज्ञासु छात्र
अशोक व्यास Ashok Vyas - मैं तो व्यंग्य मे ही गाता हूँ।
संत राम पांडे Santram Pandey - दाढ़ी व्यंग्यकार को ज्यादा जमती है
कृष्ण कुमार आशु - मेरा तो मंजन भी ईमानदार छाप है
संजीव निगम Sanjiv Nigam - सब गांधी जी की कृपा है
आलोक सक्सेना Alok Saxena Satirist - हम भी हैं राह मे
नीरज दइया Neeraj Daiya - व्यंग्य लिखने से बाल उड़ जाते हैं
आभार बबल जी
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