डॉ धनंजय सिंह
धनंजय सिंह
धनंजय सिंह
जन्म | 29 अक्तूबर 1945 |
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जन्म स्थान | ग्राम अरनिया, ज़िला बुलन्दशहर, उत्तरप्रदेश, भारत। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पलाश दहके हैं, दिन क्यों बीत गए ( दोनों नवगीत-संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
धनंजय सिंह / परिचय |
नवगीत-संग्रह
प्रतिनिधि नवगीत
- याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह
- तो तुम्हीं कहो / धनंजय सिंह
- जाने क्यों शहर बहुत दूर है / धनंजय सिंह
- आत्म-निर्वासन / धनंजय सिंह
- ज्यों डूबे जहाज का पंछी / धनंजय सिंह
- फूटा गीत नया / धनंजय सिंह
- बन्द है नीली झील का हिलना / धनंजय सिंह
- रोम-रोम में सावन मुसकाने लगा / धनंजय सिंह
- नील-कमल-ताल पर उतर गए चीलों के झुण्ड / धनंजय सिंह
- कौन चुनौती स्वीकारेगा ? / धनंजय सिंह
- दीपक जलाने आ गए हैं / धनंजय सिंह
- सुबह-सुबह सूरज ने पूछा / धनंजय सिंह
- दिन क्यों बीत गए / धनंजय सिंह
- लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह
- ध्वन्यालोकी प्रियंवदाएँ / धनंजय सिंह
- चन्दन-वन महकने लगा / धनंजय सिंह
- आ न सकूँगा / धनंजय सिंह
- स्वप्निल आकांक्षा / धनंजय सिंह
- कक्षा से भटका हुआ उपग्रह हूँ / धनंजय सिंह
- झाँकते हैं फिर नदी में पेड़ / धनंजय सिंह
- जंगल उग आए / धनंजय सिंह
- बेच दिए हैं मीठे सपने / धनंजय सिंह
- लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर / धनंजय सिंह
- मौन की चादर / धनंजय सिंह
- बहुत दूर डूबी पदचाप / धनंजय सिंह
- उग आई नागफनी / धनंजय सिंह
- कुछ क्षणिकाएँ / धनंजय सिंह
- मौसम के कागज़ पर / धनंजय सिंह
- नहीं झुकता, झुकाता भी नहीं हूँ / धनंजय सिंह
- आने को है आज फिर आँधी संग तूफ़ान / धनंजय सिंह
- दूर कहीं वंशी बजी लगी झमकने झाँझ / धनंजय सिंह
- याद एक गुनगुनाती हुई ख़ुशबू की / धनंजय सिंह
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