शनिवार, 30 अप्रैल 2022

गीता ?

 ■ गीता...


"क्या गीता के बारे में जानते हो?"

"हां... मेरे पड़ोस में रहती है! 

अच्छी लड़की है।"


"नहीं वो नहीं, 

वो गीता, जिसके बारे में सब जानते हैं?"

"गीता फोगाट?, जो रेसलर है?, 

उसने कई मेडल जीते हैं।"


"नहीं वो भी नहीं 

वो जो एक धार्मिक पुस्तक है ?"

"अच्छा वो गीता, 

जिस पर अदालत में 

हाथ रखकर कसम खाते हैं?"


"हां वही ... 

क्या कभी पढ़ी है तुमने वह गीता?"

"उस गीता को भला किसने पढ़ा है साहब?

उस गीता को तो ... 

उन जज साहब ने भी नहीं पढ़ा होगा, 

जिनकी अदालत में कसमें खिलाई जाती हैं।"


"कसम खाकर कहना साहब...!

क्या आपने पढ़ा है कभी उस गीता को ?"


"मुझे तो लगता है, 

गीता, कुरान और बाइबल

कोई भी पढ़ने के लिए हैं ही नहीं,

या तो कसमें खाने के लिए हैं ...

या फिर दंगे कराने के लिए हैं साहब ...!"

@उमाकांत दीक्षित

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

साहित्य के माध्यम से कौशल विकास ( दक्षिण भारत के साहित्य के आलोक में )

 14 दिसंबर, 2024 केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के हैदराबाद केंद्र केंद्रीय हिंदी संस्थान हैदराबाद  साहित्य के माध्यम से मूलभूत कौशल विकास (दक...