पटल से जुड़े हुये आप सभी का अभिवादन 👏🌹
वर्ष 2022 आप सभी को शुभ एवं मंगलकारी हो🌹🌹🙏🌹🌹❤🌹🌹
आओ इस साल हम नया कुछ बनायें,
सपने जो उलझे हैं उन्हें सुलझाएं।
प्रात का समीर जब तन को सहलाए,
बरबस मन सुधियों में डूब डूब जाए।।1।।
हुनरमंद, पढ़े-लिखे हाथों में काम हो,
बेमौसम बदरी में हिकमत तमाम हो।
खुशियो में लिपटी हो चारों दिशाएं ,
बरबस मन सुधियो में डूब डूब जाए ।।2।।
बिरवा जब पनपा था प्रीति का सहन में,
दूजे का भान तब छा गया रहन में।
परछाई सा कोई साथ लगा जाए,
बरबस मन सुधियों में डूब डूब जाए।।3।।
एक का दुकेले में दो का दो अकेले मे,
पानी में पानी की भीत है झमेले में।
होने की बात अब ठहर ठहर जाए,
बरबस मन सुधियों में डूब डूब जाए।।4।।
इन्द्रासन सिंह 'इन्दु'
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