मंगलवार, 11 जनवरी 2022

इकाई का पुनर्गठन व काव्य गोष्ठी

 अखिल भारतीय साहित्य परिषद गाजियाबाद इकाई का पुनर्गठन व काव्य गोष्ठी 


ग़ाज़ियाबाद। कोरोनाकाल व लॉकडाउन के इस कठिन समय में अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने अपनी गाजियाबाद इकाई का पुनर्गठन किया है। इस आंग्ल नववर्ष के अवसर पर प्रथम बैठक में ट्रांस हिंडन  इकाई का ग़ाज़ियाबाद इकाई में विलय किया गया है। साथ ही तय किया गया है कि आने वाले समय में साहित्य सम्बंधी कार्यक्रमों में समाज व राष्ट्रहित में  तेज़ी लायी जाएगी। ये निर्णय गत दिवस एक ऑनलाइन  बैठक लिये गये। यह भी तय किया गया कि जिसमें सभी को फिर से पदासीन किया गया और यह तय किया गया कि प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को मासिक बैठक व काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाया करेगा। साहित्यिक कार्यक्रमों में स्थापित और नवोदित रचनाकारों को अवसर प्रदान किए जाएंगे।

इस ऑनलाइन बैठक में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के मेरठ प्रांत के अध्यक्ष देवेंद्र देव मिर्जापुरी तथा महासचिव डॉक्टर चेतन आनंद की गरिमामय उपस्थिति में डॉ बीके वर्मा शैदी तथा अलका अग्रवाल को संरक्षण मंडल में शामिल कर लिया गया। सभी की सहमति से तैयार कार्यकारिणी सदस्य की रूपरेखा बनाई गई, जिसमें अखिल भारतीय साहित्य परिषद गाजियाबाद इकाई के अध्यक्ष पद पर बीएल बत्रा 'अमित्र' तथा सचिव पद पर  मीनाक्षी शर्मा 'मुसाफ़िर 'को नियुक्त किया गया।  उपाध्यक्ष तूलिका सेठ,  कोषाध्यक्ष डॉ  राखी अग्रवाल,  सहसचिव कमलेश संजीदा , सांस्कृतिक सचिव शोभा सचान, संयुक्त सचिव मनोज कामदेव, संगठन सचिव अजीत श्रीवास्तव को बनाया गया ।


 ट्रांस हिंडन इकाई के सदस्य ग़ाज़ियाबाद इकाई में यथावत रहेंगे, ऐसा निर्णय लिया गया । कार्यक्रम में सदस्य नीरजा चतुर्वेदी, जगदीश मीणा, संजीव शर्मा,  गिरीश सारस्वत , अंजू जैन , आरती, तूलिका सेठ आदि उपस्थित रहे।

 कार्यक्रम  बैठक के उपरांत सभी ने काव्य पाठ किया जोकि बहुत ही शानदार रहा। सभी सदस्यों ने अपने-अपने काव्य पाठ से कार्यक्रम को देर रात तक सजाए रखा।

 काव्य गोष्ठी में  देवेंद्र देव मिर्जापुरी ने ब्रजभाषा में कृष्ण लीला व अध्यक्ष बीएल बत्रा ने श्रीराम पर गजल कही ।

 चेतन आनंद द्वारा प्रस्तुत मन का मौसम अच्छा रखना, सबकुछ अच्छा हो जाएगा' गीत सकारात्मकता लिये हुए था।

सचिव मीनाक्षी शर्मा मुसाफ़िर ने आंग्ल नव वर्ष पर नई उमंगें नये विकास को लेकर कविता पाठ किया ।

 गिरीश सारस्वत ने हास्य कविता सुनाई। अंजू जैन की बचपन कविता ने सभी को भावविभोर कर दिया तो वहीं तूलिका सेठ की  नए अंदाज में कही गजलें सभी को आनंदित कर गईं।

कमलेश संजीदा ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत काव्य पाठ  किया । अन्य सभी सदस्यों ने बहुत सुंदर तरीके से अलग-अलग विषयों पर काव्य पाठ किया।

 कार्यक्रम का संचालन डॉ राखी अग्रवाल ने किया। जगदीश मीणा द्वारा सभी का आभार  व्यक्त कार्यक्रम का समापन किया गया।


✌🏼️👌🏾👍🏼

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

साहिर लुधियानवी ,जावेद अख्तर और 200 रूपये

 एक दौर था.. जब जावेद अख़्तर के दिन मुश्किल में गुज़र रहे थे ।  ऐसे में उन्होंने साहिर से मदद लेने का फैसला किया। फोन किया और वक़्त लेकर उनसे...