शनिवार, 9 अक्तूबर 2021

माता का दरबार / निशा"अतुल्य"

 माता का दरबार 




मात दरबार सजा

शंख संग झांझ बजा 

मंजीरे की ताल पर 

मैया को बुलाइए ।


रंगोली सजाई द्वार 

आई सिंह पे सवार 

दुष्टों को सँहारती है 

मैया को मनाइए ।


लोभ मोह हर लेती

मैया सब वर देती 

नित ही नमन करो 

शीश को झुकाइए ।


शिव-शक्ति सम जान 

अर्ध-नारीश्वर मान 

सृष्टि संचालन करें

वर सदा पाइए ।


निशा"अतुल्य"

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